Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर को एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन को रोप-वे जोड़ने की योजना तैयार हो रही है. इसके लिए 1200 करोड़ की परियोजना का निर्माण पर्यटन विभाग करायेगा. इस परियोजना का प्रेजेंटेशन सर्किट हाउस में पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी के सामने पिछले महीने हो चुका है. अयोध्या विकास प्राधिकरण के आयुक्त विशाल सिंह ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि अब श्रद्धालु रोप वे के रास्ते सीधे राम लला के दर्शन के लिए मंदिर परिसर में पहुंच सकेंगे. सिंह के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट यूपी पर्यटन विभाग बनवाएगा. नगर निगम इसमें कोआर्डिनेट करेगा. उनके मुताबिक स्विट्जरलैंड की कंपनी से इसके निर्माण को लेकर बातचीत चल रही है. वहीं पर्यटन विभाग इसका डीपीआर तैयार करेगा. नगर आयुक्त के मुताबिक सीएम योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना है कि देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को राम लला का दर्शन सुलभ व सुविधाजनक तरीके से मिलने में कोई दिक्कत न आए. इसको लेकर सभी विकल्प पर बातचीत चल रही है. साथ ही अयोध्या के समग्र विकास की योजना भी बनायी जा रही है.
अयोध्या में राम मंदिर के 1200 पिलर का निर्माण शुरू करने के लिए अब तकनीकी विशेषज्ञों की राय का इंतजार है, जो 15 दिसंबर तक ट्रस्ट को मिलेगी. मंदिर के प्रमुख आर्किटेक्ट निखिल सोमपुरा के मुताबिक रिपोर्ट मिलने के बाद अगर एलएंडटी ने मंदिर की नींव की डिजाइन मे कोई परिवर्तन नहीं किया तो 20 दिनों के अंदर पिलर्स का निर्माण शुरू हो जायेगा. उन्होंने बताया कि अगर विशेषज्ञों की रिपोर्ट के मुताबिक, नींव की डिजाइन में परिवर्तन किया गया तो उसी के हिसाब से हमें मंदिर की आर्किटेक्ट डिजाइन में भी परिवर्तन करना पड़ेगा. ऐसे में रिपोर्ट मिलने के बाद मंदिर के पिलर्स का निर्माण शुरू करने में एक माह का समय लग सकता है
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सोमपुरा ने बताया कि उनकी कंपनी 100 के करीब मंदिरों का निर्माण कर चुकी है. जिसमें नींव से लेकर मंदिर का शिखर तक बनाने का काम उन्हीं की कंपनी ने किया है. सभी मंदिरों की नींव के पिलर पत्थरों के ही बने हैं. लेकिन राम मंदिर की नींव की सतह पीली मिट्टी की न होकर रेत की मिली है जिसकी टेस्ट पाइलिंग पर, लोड टेस्टिंग पर काफी रिसर्च करनी पड़ रही है.