Bangladesh Crisis: बांग्लादेश के राजनीतिक हालात को लेकर भारत में बैठकों का दौर जारी है. केंद्रीय गृह मंत्री ने संसद भवन में मंगलवार को बड़ी बैठक की. जिसमें सुरक्षा सचिव और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल रहे. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार बांग्लादेश की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है.
बांग्लादेश में हिंसा के बाद सीमा पर बढ़ाई गई सुरक्षा
बांग्लादेश के हालात पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को संसद में जानकारी दी. उन्होंने पहले राज्यसभा, फिर लोकसभा में बयान दिया. उन्होंने बताया, सरकार पड़ोसी देश की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और पिछले 24 घंटे में ढाका में अधिकारियों से पूरी तरह संपर्क रखा गया है. सीमा पर सुरक्षा बलों को अत्यंत सतर्कता बरतने को कहा गया है.
बांग्लादेश में साल की शुरुआत से ही स्थिति तनावपूर्ण थे
जयशंकर ने कहा कि इस साल जनवरी में बांग्लादेश में चुनाव के बाद से ही वहां अत्यधिक तनाव, गहरे विभाजन और ध्रुवीकरण की स्थिति थी और इसी बुनियाद पर वहां जून में छात्रों के आंदोलन के साथ हालात बिगड़ने शुरु हुए. उन्होंने कहा कि आंदोलन हिंसक हो गया, सरकारी इमारतों पर हमले होने लगे, यातायात और ट्रेन सेवाएं बाधित की गईं. विदेश मंत्री ने कहा कि यह सिलसिला जुलाई तक जारी रहा और सुप्रीम कोर्ट के 21 जुलाई के फैसले के बाद भी हालात नहीं बदले.
भारत सरकार भारतीय समुदाय के लोगों से है संपर्क में
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, हम राजनयिक मिशनों के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ निरंतर संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में एक अनुमान के अनुसार 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें 9,000 छात्र हैं. उन्होंने कहा कि जुलाई में भारतीय उच्चायोग के परामर्श पर अधिकतर छात्र भारत लौट चुके हैं.