ऐसे वक्त में जब एलएसी पर तनातनी बनी हुई है तब देश की सबसे हल्की और मजबूत बुलेट प्रूफ जैकेट ‘भाभा कवच बन कर तैयार हो गई है. यह पहले से ज्यादा ताकतवर बनाई गई है. भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, मुंबई द्वारा तैयार इस बुलेट प्रूफ जैकेट को ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड और पब्लिक सेक्टर कंपनी मिधानी ने मिलकर अपग्रेड किया है. पहले यह 630 मीटर प्रति सेकेंड की गति से आने वाली 7.62 कैलीबर की हार्डकोर स्टील बुलेट के लिए बनी थी. अब यह 700 मीटर प्रति सेकेंड की गति वाली गोली को भी मात दे देगी.
टीओआई के मुताबिक, भाभा का दावा है कि उन्होंने पूरी तरह सुरक्षित जैकेट का निर्माण किया है, जो एके-47 का भी सामना कर सकती है. इसका वजन 6.3 किलो है. इसके अलावा, 2 और जैकेट का निर्माण किया गया है, जिनका वजन 4.3 और 3.1 किलो है. इसका निर्माण करने में 1 साल का समय लगा.
जैकेट का प्रयोग 30 बार असफल रहा, लेकिन अब इसके सफलता मिल गई है. जैकेट की कीमत 60 से 70 हजार रुपये के बीच है. बता दें कि अभी भारतीय सेना 10 किलो या उससे भी ज्यादा वजन की जैकेट पहनती है. इसके अलावा, उसमें उपयोग किया गया समान भी चीन का है. मिधानी के एमडी संजय कुमार झा ने टीओआई से कहा कि बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने की हमारी क्षमता ज्यादा से ज्यादा है.
यह पूरी तरह से भारत में तैयार की गई है. इसमें उपयोग मटीरियल पूरी तरह स्वदेशी है. जानकार मानते हैं कि यह नई जैकेट सरकार को खरीद के लिए एक नया विकल्प उपलब्ध करा सकती है. हाल ही में खबर आई थी कि सरकार 639 करोड़ रुपये की रकम खर्च करके अप्रैल 2020 तक 1.86 लाख जैकेट खरीदेगी.
Posted by: Utpal kant