महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस कोश्यारी ने एक बयान में कहा, कि अगर महाराष्ट्र से गुजरातियों और राजस्थानियों को हटा दिया जाता है, तो महाराष्ट्र के पास कोई पैसा नहीं बचेगा और मुंबई को अब भारत की वित्तीय राजधानी नहीं कहा जाएगा. अब इस मामले में सियासी राजनीति गरमा गई है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने राज्यपाल के भाषण की निंदा की. उन्होंने ट्विटर पर वीडियो भी शेयर किया, जिसमें मीडिया उपयोगकर्ताओं से यह सुनने के लिए कहा कि राज्यपाल ने मराठी गौरव को ‘आहत’ कैसे किया. संजय राउत ने कहा कि भाजपा प्रायोजित मुख्यमंत्री के सत्ता में आते ही मराठी व्यक्ति का अपमान हो जाता है. संजय राउत ने ट्वीट किया, “सीएम एकनाथ शिंदे, कम से कम राज्यपाल की निंदा करें. यह मराठी मेहनती लोगों का अपमान है.”
संजय राउत की ओर से साझा किए गए वीडियो में, बीएस कोश्यारी ने कहा, “मैं लोगों को कभी-कभी बताता हूं कि अगर गुजरातियों और राजस्थानियों को महाराष्ट्र से हटा दिया जाता है, खासकर मुंबई और ठाणे से, तो आपके पास कोई पैसा नहीं बचेगा.” राज्यपाल ने शुक्रवार को मुंबई के अंधेरी में यह टिप्पणी की. कार्यक्रम में बोलते हुए राज्यपाल ने मारवाड़ी गुजराती समुदाय की प्रशंसा भी की और कहा कि वे जहां भी जाते हैं, अस्पताल, स्कूल बनाकर जगह के विकास में योगदान करते हैं.
#WATCH | If Gujaratis and Rajasthanis are removed from Maharashtra, especially Mumbai and Thane, no money would be left here. Mumbai would not be able to remain the financial capital of the country: Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari pic.twitter.com/l3SlOFMc0v
— ANI (@ANI) July 30, 2022
महाराष्ट्रात भाजपा पुरस्कृत मुख्यमंत्री होताच मराठी माणूस आणि शिवरायांचा अपमान सुरू झाला..स्वाभिमान अभिमान यावर बाहेर पडलेला गट हे ऐकूनही गप्प बसणार असेल तर शिवसेनेचे नाव घेऊ नका..मुख्यमंत्री शिंदे..राज्यपालांचा साधा निषेध तरी करा.मराठी कष्टकरी जनतेचा हा अपमान आहे..
ऐका .. ऐका… pic.twitter.com/dOvC2B0CFu— Sanjay Raut (@rautsanjay61) July 30, 2022
कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने भी वीडियो को ट्वीट किया और कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल की ओर से मराठी लोगों का अपमान भयानक है. मराठियों को जगाते हुए संजय राउत ने कहा कि राज्यपाल का मतलब है कि महाराष्ट्र और मराठी लोग भिखारी हैं. संजय राउत ने ट्वीट किया, “मुख्यमंत्री शिंदे, क्या आप सुन रहे हैं? कि आपका महाराष्ट्र अलग है. अगर आपका स्वाभिमान है, तो राज्यपाल का इस्तीफा मांगें.”
प्रियंका चतुर्वेदी ने राज्यपाल से माफी मांगने की बात कही शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने महाराष्ट्र के लोगों की कड़ी मेहनत का ‘अपमान’ करने के लिए राज्यपाल से तत्काल माफी मांगने की मांग की. उन्होंने कहा, “यह महाराष्ट्र और मराठी मानुष के लोगों की कड़ी मेहनत का अपमान है, जिन्होंने राज्य को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए दिन-रात मेहनत की है. राज्यपाल को तुरंत माफी मांगनी चाहिए, ऐसा नहीं करने पर हम इसे बदलने की मांग करेंगे.