Army Chief General MM Naravane on Nagaland Firing: पिछले साल नगालैंड में सेना की ओर से की गयी फायरिंग में एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत की घटना पर सेना प्रमुख ने आज बड़ा बयान दिया. बुधवार को सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने कहा कि देश के नागरिकों की सुरक्षा भारतीय सेना के लिए सर्वोपरि है. युद्ध काल में भी हम अपने देश के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं.
एमएम नरवणे ने कहा कि नगालैंड में जो घटना हुई थी, वह बेहद दुखद थी. सेना को उसके लिए खेद है. सेना की ओर से उस घटना की जांच करायी जा रही है. अगर कोई भी उस घटना में दोषी पाया जायेगा, तो सेना के नियमों के मुताबिक उसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जायेगी.
भारत-म्यांमार सीमा के पास नगालैंड में 4 दिसंबर 2021 को भारतीय सेना के जवानों ने एक वाहन पर फायरिंग की थी, जिसमें 11 नागरिकों की मौत हो गयी थी. इसके बाद सेना के खिलाफ इलाके के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा था. नगालैंड के ओटिंग जिला में हुई इस घटना से नाराज लोगों ने असम राइफल्स के कैंप पर हमला बोल दिया था. आम लोगों के हमले में एक सैनिक की मौत हो गयी थी.
घटना के तुरंत बाद सेना ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिये थे. सेना की ओर से कहा गया था कि जान-बूझकर भारतीय नागरिकों पर फायरिंग नहीं की गयी. यह गलत पहचान का मामला था. दरअसल, कुछ लोग एक वाहन में सवार होकर जा रहे थे. सेना उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन पर थी. इसी दौरान तेज गति से आ रहे वाहन को रुकने के लिए कहा गया.
The regrettable incident that occurred in Oting, Nagaland on Dec 4 is being thoroughly investigated. We remain committed to the security of our countrymen, even during the conduct of operations: Army Chief General MM Naravane pic.twitter.com/avN6aS7YaA
— ANI (@ANI) January 12, 2022
वाहन वहां रुकने की बजाय और तेज गति से आगे बढ़ गया. इससे सेना के जवानों को शक हुआ कि उसमें उग्रवादी या आतंकवादी हो सकते हैं. इसलिए सेना के जवानों ने फायरिंग कर दी. इसमें 11 नागरिकों की मौत हो गयी. सेना प्रमुख ने इस मामले को आज दुखद करार दिया. उन्होंने बताया कि सेना कभी अपने नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में नहीं डालती.
Posted By: Mithilesh Jha