Assam Triple Murder Case : असम के गोलाघाट जिले में ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस मामले में हमने आरोपी शख्स की मां और बड़े भाई को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही गोलाघाट जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मृणमय दास ने बताया कि आगे की जांच जारी है और इस हत्याकांड में संलिप्त अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. गोलाघाट में ट्रिपल मर्डर से पूरा इलाका सहम गया था. वहीं, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि इस कांड के पीछे ‘लव जिहाद’ का मामला है. आइए जानते है क्या है पूरा मामला विस्तार से…
Assam | We have arrested mother and elder brother of the accused person. Further investigation underway: Mrinmoy Das, Additional Superintendent of Police (Crime) of Golaghat district on triple murder case pic.twitter.com/o7mhs4igxv
— ANI (@ANI) July 27, 2023
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया था ‘लव-जिहाद’ का परिणाम
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को दावा किया कि गोलाघाट जिले में तिहरे हत्याकांड की हालिया घटना ‘लव-जिहाद’ का परिणाम है. हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि दोषी पर त्वरित अदालत में मुकदमा चलाने के लिए 15 दिन के भीतर आरोपपत्र दाखिल कर दिया जाएगा. गोलाघाट जिले में सोमवार को 25 वर्षीय एक व्यक्ति ने पारिवारिक विवाद के कारण अपनी पत्नी और उसके माता-पिता की हत्या कर दी तथा बाद में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.
हिमंत बिस्वा सरमा ने की थी मृतकों के परिजनों से मुलाकात
हिमंत बिस्वा सरमा ने मृतकों के परिजनों से भी मुलाकात की और आश्वासन दिया कि मामले में गहन जांच की जाएगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को बताया, ‘पीड़ित परिवार हिंदू है और आरोपी मुसलमान समुदाय से है. उसने पहले फेसबुक में खुद को हिंदू नाम वाला दिखाया….जब जोड़ा कोलकाता फरार हो गया, तब कहा जाता है कि महिला मादक पदार्थ लेने लगी थी.’ उन्होंने कहा कि सूचना मिली की आरोपी मेकैनिकल इंजीनियर है और उसे नशे की लत है, साथ ही वह प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी में भी शामिल है.
जेल भेजा जा चुका था आरोपी
मुख्यमंत्री ने दावा किया, ‘महिला को सूई के जरिए मादक पदार्थ दिया गया जिसके प्रभाव में आने के बाद उसे गर्भवती कर दिया गया. जब महिला आरोपी के घर पहुंची तो उसे प्रताड़ित किया गया जिसके बाद वह अपने माता-पिता के घर लौट आई.’ सरमा ने कहा कि महिला ने उत्पीड़न संबंधी शिकायत दर्ज कराई थी जिसके आधार पर उसके पति को जेल भेजा गया था. उन्होंने कहा, ‘मैं व्यक्तिगत तौर पर ऐसे मामले से चिंतित हूं जिसमें एक महिला को विवाह के लिए प्रेरित करने के वास्ते फेसबुक में धार्मिक पहचान छिपाई गई और अंत में ऐसे हालात पैदा किए गए कि वह लौट नहीं पाई. अगर वह लौट भी आती है तो समाज उसे स्वीकार नहीं करता.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पूरी जांच की जाएगी’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पूरी जांच की जाएगी और मुझे उम्मीद है कि इसके बाद पूरी जानकारी सामने आ सकेगी….हम कड़ी कार्रवाई करेंगे और किसी को बख्शा नहीं जाएगा.’’ उन्होंने कहा कि पुलिस अगले 15 दिन में आरोपपत्र दाखिल करेगी. बाद में शर्मा ने ट्वीट किया कि असम सरकार यहां के समाज को अपराध मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और संकल्प जताया कि ‘‘कोई अपराधी कानून से बच नहीं पाएगा’’.
‘मामले की जांच के संबंध में निर्देशों का पालन करेंगे’
इस बीच, असम के पुलिस महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मामले की जांच के संबंध में निर्देशों का पालन किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘हम अपराधियों और उकसाने वालों के खिलाफ ठोस आरोपपत्र सुनिश्चित करेंगे. पिछली जांच में जोड़े गए विवाह प्रमाण पत्र की वैधता सहित पहले के मामलों की जांच में खामियों पर भी ध्यान दिया जाएगा.’’ शर्मा ने कहा, ‘‘मैं अपनी बेटियों से अनुरोध करूंगा कि इतनी आसानी से जान न दें. उन्हें फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया मंचों पर आसानी से लोगों से दोस्ती नहीं करनी चाहिए. किसी अलग धर्म के व्यक्ति से शादी करने से पहले गंभीरता से सोचने की जरूरत है.’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तिहरा हत्याकांड मामला साबित करता है कि ‘द केरल स्टोरी’ में बतायी कहानी झूठी नहीं है. असम के पुलिस महानिदेशक द्वारा दंपति का वैवाहिक प्रमाणपत्र साझा करने के बारे में शर्मा ने कहा कि यह किसी ‘काजी’ ने जारी किया है और इसकी कोई कानूनी वैधता नहीं है क्योंकि यह किसी अदालत में पंजीकृत नहीं है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी पहले भी अपनी पत्नी से मारपीट के मामले में जेल जा चुका है और रिहा होने के बाद वह घर आया और फिर से झगड़ा करने लगा. इसके बाद उसने अपनी पत्नी और सास-ससुर की हत्या कर दी. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने नौ महीने के बेटे के साथ गोलाघाट थाने पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया.