ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता सुधा मूर्ति को पद्म भूषण सम्मान दिए जाने पर खुशी जताते हुए कहा कि यह गर्व की बात है. सुधा मूर्ति (72) को नयी दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में यह सम्मान दिया गया. इस कार्यक्रम में अक्षता भी उपस्थित थीं. उन्होंने अपनी माता सुधा मूर्ति और पिता नारायण मूर्ति के प्रति अपनी भावनाओं को सोशल मीडिया पर व्यक्त किया.
गौरव का दिन- ऋषि सुनक: अक्षता के पति एवं ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री सुनक ने अपनी पत्नी के पोस्ट के जवाब में लिखा,”गौरव का दिन. नारायण मूर्ति इंफोसिस के सह-संस्थापक हैं. अक्षता मूर्ति ने अपनी मां को सम्मानित किए जाने के बाद बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, “कल, मैंने अपनी मां को भारत के राष्ट्रपति से पद्म भूषण प्राप्त करते हुए गर्व के साथ देखा.
उन्होंने लिखा, “पिछले महीने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, मैंने अपनी मां के असाधारण सफर पर विचार किया, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित से कहानी कहने तक, लेकिन उनके धर्मार्थ और समाजसेवी प्रयासों ने मेरे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा के रूप में काम किया है.
काम को पहचान मिली: उन्होंने कहा, मेरी मां श्रेय के लिए नहीं जीती है. मुझे और मेरे भाई को माता-पिता से जो मूल्य मिले हैं – कड़ी मेहनत, विनम्रता, निस्वार्थता. लेकिन कल उनके काम को पहचान मिली जिसे देखना एक भावुक अनुभव था. उनके भाई रोहन मूर्ति ने भी अपने सोशल मीडिया पोस्ट में अपनी मां को अपने जीवन में एक सकारात्मक शक्ति बताते हुए उनकी सराहना की.