Burari Vidhan Sabha: दिल्ली में चुनाव प्रचार जोर-शोर से चल रहा है. सभी पार्टी पूर्वांचली, झुग्गी-झोपड़ी और अन्य वर्ग के मतदाताओं को साधने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ रही है, जबकि भाजपा ने सहयोगी दल जदयू और चिराग पासवान के लिए एक-एक सीट छोड़ी है. भाजपा ने पूर्वांचल बहुल बुराड़ी सीट जदयू को दिया है और जदयू की ओर से शैलेंद्र को उम्मीदवार बनाया है. बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट लोकसभा सीट का हिस्सा है और परिसीमन के बाद वर्ष 2008 में इस विधानसभा सीट का गठन हुआ. इस विधानसभा क्षेत्र में बुराड़ी, कादीपुर, इब्राहिमपुर, मुखमेलपुर, नंगली पूना, झरोदा, जगतपुर जैसे पुराने गांव के अलावा कई नयी अनाधिकृत कॉलोनियां बन गयी है.
पूर्वांचली चेहरों के बीच मुकाबला
बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक पूर्वांचली मतदाता है और इसके बाद उत्तराखंडी मतदाताओं की संख्या है. कुछ क्षेत्रों में जाट, गुर्जर और त्यागी समाज के मतदाता है. लेकिन हार-जीत में पूर्वांचली मतदाताओं की भूमिका प्रभावी है. ऐसे में हर पार्टी पूर्वांचली उम्मीदवार के जरिये जीत का रास्ता तलाश रही है. पिछले तीन चुनाव से आम आदमी पार्टी के संजीव झा विधायक हैं. एक बार फिर संजीव झा पर आम आदमी पार्टी ने भरोसा जताया है, जबकि भाजपा ने यह सीट सहयोगी दल जदयू के लिए छोड़ दी है. जदयू की ओर से शैलेंद्र कुमार चुनाव लड़ रहे हैं और एक बार फिर मुकाबला दो पूर्वांचली चेहरे के बीच होने की संभावना है.
संकरी गलियां और संसाधनों की कमी है बड़ा मुद्दा
बुराड़ी में हाल के वर्षों में अवैध कॉलोनी की संख्या तेजी से बढ़ी है. ऐसे में इस इलाके में तेजी से आबादी बढ़ने के कारण संसाधनों की कमी साफ तौर पर देखी जा सकती है. आउटर रिंग रोड से बुराड़ी के लिए आने वाली मुख्य सड़क पर जाम और अतिक्रमण एक बड़ी समस्या है. जगतपुर गांव में अभी भी बुनियादी सुविधाओं का साफ अभाव है. बरसात के दिनों में यहां पानी से निकलने की जगह नहीं रहती है. इसके अलावा संकरी गलियों में वाहनों के कारण लगने वाला जाम लोगों के लिए बड़ी परेशानी है. साथ ही पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण हल्की बारिश में जलभराव एक बड़ी समस्या है. इसके अलावा कई इलाकों में पानी की कमी, सीवरेज, स्वास्थ्य व्यवस्था की कमी एक बड़ी समस्या है.
विधायक की कार्यशैली से नाराज लोग
स्थानीय निवासी पंकज कुमार का कहना है कि स्थानीय विधायक स्थानीय समस्या पर ध्यान नहीं देते हैं. कई बार शिकायत के बावजूद कॉलोनियों की समस्या को दूर नहीं किया गया. वहीं इस इलाके के बुनियादी समस्याओं को दूर करने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया. इस इलाके में अच्छा अस्पताल मौजूद नहीं है. गर्मी के दिन में पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है. वहीं ऑटो चलाने वाले रमेश कुमावत ने कहा कि दिल्ली सरकार ने आम लोगों के हित में कई काम किए है. विधायक संजीव झा ने क्षेत्र की समस्या दूर करने के लिए कई कदम उठाए हैं. इलाके में एक अस्पताल बनाया गया है. लोगों को पानी की सुविधा मुहैया कराने के लिए कई इलाकों में पाइपलाइन बिछाया गया है. सीवेज लाइन बनायी गयी है. सरकार बनने के बाद कई तरह की समस्याओं का समाधान होने की उम्मीद है. लेकिन अधिकांश लोगों ने मौजूदा विधायक की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जाहिर की. हालांकि आप के समर्थक यह बताने से परहेज नहीं करते हैं कि चाहे कैंडिडेट कोई भी हो, उन्हें अरविंद केजरीवाल पर भरोसा है.