महंत नरेंद्र गिरी की मौत को लेकर अब भी कई तरह के सवाल हैं. सुसाइड नोट को लेकर भी तरह तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. अब योगी सरकार ने भी सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि उनकी मौत दम घुटने से हुई है.
इस मामले में अब कई तरह के तथ्य सामने आ रहे हैं. कुछ साधुओं का कहना है कि जिस सुसाइड नोट का जिक्र किया जा रहा है वह महंत नरेंद्र गिरी की नहीं है. वह लिखते नहीं थे किसी ने भी उनको लंबे समय से लिखते नहीं देखा था. ऐसे में वह कुछ लोग यह मानने को तैयार नहीं है कि यह उनकी लिखावट है. दूसरी तरफ हेडराइटिंग एक्सपर्ट से भी इसकी जांच करायी जा रही है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें फर्श पर महंत का शव पड़ा दिखाई दे रहा है और कमरे का पंखा चल रहा है. वीडियो में आईजी केपी सिंह इस बाबत मठ में रहने वाले शिष्यों से पूछताछ करते भी दिख रहे हैं. 1.45 मिनट के इस वीडियो को शेयर कर कई तरह के सवाल किये जा रहे हैं.
पंखे की रॉड जिस चुल्ले में फंसी होती है, इसी चुल्ले में पीले रंग की नॉयलॉन की उस रस्सी का एक हिस्सा भी फंसा नजर आता है. फर्श पर मृत पड़े महंत के गले में रस्सी का एक टुकड़ा भी फंसा दिखाई दे रहा है. कुछ लोगों का कहना है कि शव उतारने के लिए रस्सी काटी गयी होगी. इस सवाल पर भी लोग रस्सी के तीन टूकड़े होने पर सवाल कर रहे हैं.
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इस पूरे मामले को लेकर सीबीआई जांच की मांग तेज हो रही है. सरकार ने भी सिफारिश कर दी है वहीं यूपी की विरोधी पार्टियां भी सीबीआई जांच के पक्ष में आवाज उठा रहीं है. सपा-कांग्रेस समेत तमाम दलों ने भी सीबीआई जांच की मांग की थी.