CBSE Board 10,12 class Remaining Exam Date सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई के बोर्ड एग्जाम रद्द करने को लेकर आज सुनवाई हुई, जिसमें आईसीएसई और सीबीएसई बोर्ड ने अपना पक्ष रखा. हालांकि कोर्ट ने सुनवाई गुरुवार तक के लिए टाल दिया है.
लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार जस्टिस एम खानविलकर ने मामले की सुनवाई को गुरूवार तक के लिए टाल दिया है, जिसके बाद बोर्ड एग्जाम को लेकर अब गुरूवार तक सस्पेंस बन गया है.
दसवीं और 12 वीं के छात्रों के लिए यह खबर बेहद जरूरी है. क्योंकि अभी तक छात्र यह असमंजस में है कि परीक्षा ली जायेगी या फिर बिना पेपर लिए ही पास कर दिया जायेगा. इधर बोर्ड ने तो एक जुलाई से परीक्षा लेने की पूरी तैयारी कर ली है, केंद्रीय मंत्री भी पहले ही बता चुके हैं कि एक जुलाई से 15 जुलाई तक परीक्षाएं आयोजित की जायेगी. पर कोरोना का प्रकोप देश में कम होने का नाम नहीं ले रहा है. कोरोना के प्रकोप को देखते हुए एक बार फिर सीबीएसई अपना फैसला बदलने पर विचार कर रहा है. सीबीएसई इस बात पर विचार कर रहा है कि रिजल्ट बिना परीक्षा लिए ही जारी कर दिया जाये. इसमें छात्रों को एक और विकल्प देने पर विचार किया जा रहा है कि जो छात्र आगे की पढ़ाई के लिए परीक्षा देने की जरूरत है य परीक्षा देना चाहते हैं वो एक्जाम दे सकते हैं.
पूर्व निर्धारित तिथि के अनुसार सीबीएसई बोर्ड के एक्जाम एक जुलाई से 15 जुलाई तक होने हैं. इसके लिए बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 15000 कर दी है, जबकि कोरोना प्रकोप से पहले यही संख्या 3000 थी. बोर्ड ने छात्रों के लिए यह सुविधा भी दी है की छात्र अपने घर के सबसे नजदीकी परीक्षा केंद्र में परीक्षा दे सकते हैं. इधर सीबीएसई द्वारा 12वीं के बचे हुए पेपर को रद्द करने के लिए अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. पैरेंट्स का कहना है कि ऐसे मुश्किल हालात में बच्चों को परीक्षा देने कि लिए घर से बाहर भेजना उनकी जान से खेलने जैसा है. इसलिए अभिभावकों की मांग है कि 12वीं की जो बची हुई परीक्षा है उस रद्द कर दिया है और इंटरनल एसेस्मेंट के आधार पर उन्हें पास कर दिया जाना चाहिए.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा 10वीं और 12वीं की लंबित बोर्ड परीक्षाएं आयोजित कराने पर अपने फैसले के बारे में आज उच्चतम न्यायालय को अवगत करा सकता. कोविड-19 की महामारी के कारण ये परीक्षाएं स्थगित कर दी गयी थी. बोर्ड ने पिछले सप्ताह अदालत को बताया था कि वह जल्द ही फैसला लेगा. कुछ अभिभावकों के एक समूह ने 10 वीं और 12 वीं कक्षा की बाकी परीक्षाएं एक से 15 जुलाई तक आयोजित कराने की अधिसूचना को रद्द करने को लेकर याचिका दाखिल की थी.
Posted By: Pawan Singh