अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पूरी दुनिया में चिंता है और भारत में भी इस मसले को लेकर मंथन जारी है. इसी बीच ऐसी खबर आ रही है कि अफगानिस्तान संकट पर चर्चा के लिए केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. यह सर्वदलीय बैठक 26 अगस्त को सुबह 11 बजे आयोजित की गयी है.
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय से अफगानिस्तान के हालिया घटनाक्रम पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को जानकारी देने को कहा. इस संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद जो हालात हैं उसके बारे में विदेश मंत्रालय राजनीतिक दलों को जानकारी देगा. यह आदेश प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्रालय को दिया है. एस जयशंकर ने अपने ट्वीट में कहा है कि आगे की जानकारी संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी देंगे.
In view of developments in Afghanistan, PM @narendramodi has instructed that MEA brief Floor Leaders of political parties.
Minister of Parliamentary Affairs @JoshiPralhad will be intimating further details.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 23, 2021
ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि विदेश मंत्रालय अफगानिस्तान से भारतीयों की निकासी पर राजनीतिक दलों के नेताओं को जानकारी देगा. इस बैठक में सभी पार्टियों के नेता शामिल होंगे ऐसी उम्मीद की जा रही है.
तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था और आज के समय में उसका राजधानी काबुल सहित अधिकर प्रांतों पर कब्जा है. अभी तक वहां शासन की व्यवस्था कायम नहीं हुई है, लेकिन जल्दी ही तालिबान वहां अपना शासन कायम कर लेगा ऐसी उम्मीद है.
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दुनिया के देशों के लिए चुनौती यह है कि तालिबान के शासन को कौन स्वीकार करेगा और कौन नहीं? चीन और पाकिस्तान जैसे देश तालिबान के साथ हैं और रुस एवं ब्रिटेन ने भी नरम रुख अपनाया है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं और अफगानी नागरिक किसी भी तरह देश छोड़कर भागना चाह रहे हैं.
Posted By : Rajneesh Anand