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किसान नेताओं ने चक्का जाम को सफल बताया, आंदोलन तेज करने को लेकर करेंगे बैठक
किसान नेता दर्शन पाल ने चक्का जाम को सफल और शांतिपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा, कर्नाटक और तेलंगाना में कुछ समस्या सामने आई है, कुछ लोगों को हटाया गया है. आने वाले दिनों में आंदोलन को आगे बढ़ाने पर आज बैठक में चर्चा हुई है.
देशव्यापी चक्काजाम के बाद गरजे राकेश टिकैत- सरकार के पास दो अक्टूबर तक का समय
देशव्यापी चक्काजाम के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया. उन्होंने कहा, सरकार के पास दो अक्टूबर तक का समय है. उससे पहले कृषि कानूनों को वापस ले ले और एमएसपी पर कानून बनाये.
किसान नेता बोले - 7 साल से वो नंबर ढूंढ रहे हैं जिसपर प्रधानमंत्री उपलब्ध हो सकते हैं
किसान नेता युद्धवीर सिंह ने कहा, हम पिछले 7 साल से वो नंबर ढूंढ रहे हैं जिसपर प्रधानमंत्री जी उपलब्ध हो सकते हैं. अगर हमें वो फोन नंबर मिल जाए तो हम बात करने को तैयार हैं, हम इंतजार में हैं. इस बीच हमने तय किया है कि हम अपने आंदोलन को तेज करेंगे.
भारी सुरक्षा के बीच किसानों का चक्काजाम, दिल्ली में नहीं दिखा कोई असर
किसान संगठनों के आज के चक्का जाम पर दिल्ली पुलिस PRO चिन्मॉय बिस्वाल ने बताया दिल्ली में 26 जनवरी को हुई हिंसा को देखते हुए भारी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया था, बोर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था को और दुरुस्त किया गया था. संवेदनशील जगहों पर भी पुलिस बल तैनात थे। दिल्ली में जनजीवन सुचारू रूप से चल रहा है. उन्होंने बताया, हमें सूचना मिली थी कि चक्का जाम के समर्थन में दिल्ली के अंदर से कुछ समूह इकट्ठा होकर शहर की कुछ जगहों पर चक्का जाम कर सकते हैं. इसलिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया.
चक्काजाम खत्म होने के साथ ही दिल्ली मेट्रो सेवा बहाल
देशव्यापी चक्काजाम समाप्त होने के साथ ही दिल्ली मेट्रो सेवा बहाल कर दिया गया है. सभी मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार अब खुले चुके हैं. यह जानकारी दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने दिया है.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, किसानों के हित में है कृषि कानून
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, सरकार बड़े खुले मन से इसके समाधान में लगी हुई है, जो भी कानून बने हैं वो किसान हित में हैं. विडंबना ये है कि इन्हीं कानूनों को बनाने के लिए पिछली सरकारें भी बहस करती रहीं और अब उन मुद्दों पर आपत्ति जताई जा रही है जो इनमें हैं ही नहीं.
टिकैत की धमकी, कृषि बिल वापस और MSP पर कानून बनाए सरकार नहीं तो खत्म नहीं होगा आंदोलन
किसान नेता राकेश टिकैत ने चक्काजाम के दौरान मोदी सरकार को धमकी दी है. उन्होंने कहा, सरकार कृषि कानूनों को वापस ले और MSP पर कानून बनाए नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा. हम पूरे देश में यात्राएं करेंगे और पूरे देश में आंदोलन होगा.
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने मोदी सरकार पर किसानों को परेशान करने का लगाया आरोप
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया और कहा, किसान 71 दिनों से सड़कों पर हैं, वे संघर्ष कर रहे हैं. एक तरफ सरकार बातचीत के लिए तैयार है, जबकि दूसरी ओर वे पानी का कनेक्शन, बिजली कनेक्शन वापस ले रहे हैं. वे किसानों को परेशान कर रहे हैं, एक लोकतांत्रिक सरकार इस तरह से कैसे काम कर सकती है ?
जम्मू और कश्मीर : जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर किसानों का विरोध प्रदर्शन
किसानों के चक्काजाम का असर जम्मू और कश्मीर में देखने को मिला. जम्मू में किसान संगठनों ने आज किसानों द्वारा बुलाए गए राष्ट्रव्यापी 'चक्का जाम' के तहत जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया.
किसानों ने चक्काजाम के दौरान अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाईवे किया जाम
पंजाब में किसान संगठनों द्वारा आज देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम के आह्वान पर किसानों ने अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर चक्का जाम किया.
खत्म हुआ किसानों का चक्काजाम, प्रदर्शनकारी लिये गये हिरासत में, तो नेशनल हाइवे रहे बंद
किसानों का देशभर में चक्काजाम दोपहर 3 बजे समाप्त हो गया. इस दौरान देशभर से अलग-अलग खबरें भी आयीं. कहीं-कहीं प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया, बाद में छोड़ दिया गया. वहीं प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाइवे को अधिकतर अपने निशाने में लिये. दूसरी ओर देशभर में चक्काजाम को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. दिल्ली भर में करीब 50 हजार पुलिसबल की तैनाती की गयी थी. दिल्ली में प्रदर्शनकारियों पर सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही थी.
गाजीपुर बॉर्डर पर स्थिति शांतिपूर्ण
दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर रैपिड ऐक्शन फोर्स सहित सुरक्षाबल के जवान तैनात नजर आ रहे हैं. चक्का जाम के आह्वान के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर स्थिति शांतिपूर्ण है.
गाजीपुर बॉर्डर का वीडियो
गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं जिसका वीडियो सामने आया है.
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रांची-कोलकाता हाइवे पर सन्नाटा
रांची-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी किसानों के चक्का जाम का असर नजर आ रहा है. रांची-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर गाड़ियों की आवाजाही बंद है. सड़क पर सन्नाटा पसरा हुआ है.
राजस्थान में किसानों ने अनेक जगह चक्काजाम
केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहीं किसान यूनियनों के समर्थन में किसानों ने राजस्थान में शनिवार को अनेक जगह 'चक्का जाम' किया. राज्य के गंगानगर, हनुमानगढ़, धौलपुर व झालावाड़ सहित अनेक जगह पर किसानों द्वारा चक्काजाम के समाचार हैं जहां किसान मुख्य सड़कों या राजमार्गों पर धरने पर बैठे हैं. एक अधिकारी के अनुसार फिलहाल किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं है.
राकेश टिकैत ने कहा
राकेश टिकैत ने कहा कि रोटी तिजोरी में बंद न हो, इसलिए किसान आंदोलन कर रहे हैं.
शांति से चक्का जाम कराया जा रहा है
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि शांति से चक्का जाम कराया जा रहा है. ये जमीन के लिए आंदोलन है. हम 2 अक्टूबर तक यहीं बैठेंगे. हम कहीं नहीं जा रहे हैं. ये आम जनता का आंदोलन है.
जम्मू-पठानकोट हाईवे पर चक्का जाम
जम्मू-कश्मीर: किसान संगठनों द्वारा आज देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम के आह्वान पर किसानों ने जम्मू-पठानकोट हाईवे पर चक्का जाम किया.
अमृतसर और मोहाली में भी चक्का जाम
अमृतसर और मोहाली में भी चक्का जाम का असर नजर आ रहा है.
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Kisan Andolan News in Hindi: राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम
किसान संगठनों द्वारा आज देशभर में चक्का जाम के आह्वान पर किसानों ने शाहजहांपुर (राजस्थान-हरियाणा) बॉर्डर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम किया.
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देशहित में किसानों का सत्याग्रह, पूर्ण समर्थन
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान संगठनों की ओर से आहूत ‘चक्का जाम' का समर्थन करते हुए शनिवार को कहा कि अन्नदाताओं का सत्याग्रह देश हित में है और तीनों कृषि कानून राष्ट्र के लिए घातक हैं. उन्होंने ट्वीट किया कि अन्नदाता का शांतिपूर्ण सत्याग्रह देशहित में है - ये तीन क़ानून सिर्फ़ किसान-मज़दूर के लिए ही नहीं, जनता व देश के लिए भी घातक हैं। पूर्ण समर्थन!
सुखबीर सिंह बादल ने कहा
अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी जी को कहना चाहूंगा कि देश की आवाज़, देश के किसानों की बात सुननी चाहिए और जल्दी ही ये 3 कानूनों को रद्द करना चाहिए.
Chakka Jam Live News: किसानों का चक्का जाम शुरू
किसानों का चक्का जाम शुरू हो चुका है. दिल्ली में सीमाएं सील हैं. 10 मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है.
प्रियंका गांधी का ट्वीट
प्रियंका गांधी ने एक तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया है कि क्यों डराते हो डर की दीवार से?
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Kisan Andolan Live Update: ये मेट्रो स्टेशन बंद
मंडी हाउस, ITO, दिल्ली गेट, लाल किला, जामा मस्जिद, जनपथ, केंद्रीय सचिवालय और विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन के गेट बंद करने का काम किया गया है. हालांकि इन स्टेशनों पर इंटरचेंज की सुविधा खुली रहेगी.
किसान प्रदर्शन Update: मेट्रो के तीन गेट बंद
मंडी हाउस, ITO सहित दिल्ली मेट्रो के तीन गेट को बंद कर दिया गया है.
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किसान आंदोलन Update: बिहार में एक घंटे का चक्का जाम
बिहार में एक घंटे का ही चक्का जाम है. राजद का इसको लेकर बयान आया है जिसके अनुसार चक्का जाम केवल 2 बजे से 3 बजे तक होगा.
झारखंड में भी चक्का जाम करने की तैयारी
किसानों के समर्थन में झारखंड में भी वामदल राज्यभर में चक्का जाम करेंगे. छह फरवरी को दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे तक चक्का जाम किया जायेगा. सीपीआइ, सीपीआइ (एम), भाकपा-माले, फारवर्ड ब्लॉक, मासस, आरएसपी और राजद ने बैठक कर चक्का जाम को सफल बनाने की रणनीति बनायी.
]Chakka Jam News: दिल्ली-राजस्थान बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात
किसान संगठनों द्वारा देशभर में आज चक्का जाम के आह्वान को देखते हुए शाहजहांपुर बॉर्डर (दिल्ली-राजस्थान बॉर्डर) पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं. किसान संगठन देशभर में आज दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करेंगे.
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ड्रोन से निगरानी
लोनी बॉर्डर पर ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है.
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50,000 जवान तैनात
दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी के नाकों पर करीब 50,000 सुरक्षा बल तैनात करने का काम किया है. अपने क्षेत्रों में निगरानी रखने के लिए स्थानीय पुलिस बल भी इनमें नजर आ रहे हैं. दिल्ली में कम से कम 12 मेट्रो स्टेशनों को अलर्ट पर रखा गया है.
12 मेट्रो स्टेशन बंद किये जा सकते हैं
12 मेट्रो स्टेशन बंद किये जा सकते हैं. डीसीपी ने शॉर्ट नोटिस पर जिन 12 मेट्रो स्टेशनों को बंद करने के लिए तैयार रहने को कहा है, उनमें राजीव चौक और केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन के नाम भी हैं.
दिल्ली-NCR में कई जगह अर्धसैनिक बल तैनात
कानून-व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने में दिल्ली पुलिस की सहायता के लिए दिल्ली बॉर्डर सहित दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में अर्धसैनिक बलों की तैनात की गई है.
ITO पर कई लेयर की बैरिकेडिंग
दिल्ली के ITO पर कई लेयर की बैरिकेडिंग करने का काम किया गया है.
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शरारती तत्व पर नजर
दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि 26 जनवरी को हुई हिंसा को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए हैं, ताकि शरारती तत्व राष्ट्रीय राजधानी में नहीं घुस पाएं.
वाहनों के हॉर्न बजाकर समाप्त होगा चक्का जाम
एसकेएम के मुताबिक, चक्का जाम अपराह्न तीन बजे एक मिनट के लिए वाहनों के हॉर्न बजाकर समाप्त किया जाएगा. इसका उद्देश्य किसानों के साथ एकजुटता एवं समर्थन जताना है.
Kisan Andolan News: ‘चक्का जाम' पूरी तरह शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा
संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य दर्शन पाल ने कहा कि ‘चक्का जाम' पूरी तरह शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों से कहा गया है कि सरकारी अधिकारियों या किसी भी नागरिक से किसी भी तरह से नहीं उलझें. आपको बता दें कि इससे पहले, एसकेएम ने देशव्यापी चक्का जाम शनिवार को करने की घोषणा की थी.
दिल्ली पुलिस की बैठक
दिल्ली पुलिस के आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव ने भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की.
यहां चक्का जाम नहीं
प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में शनिवार को चक्का जाम नहीं होगा. किसान देश के अन्य हिस्सों में शांतिपूर्ण तरीके से तीन घंटे के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों को बाधित करेंगे.
दोपहर 12 बजे से तीन
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि ‘चक्का जाम' के दौरान एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा. ‘चक्का जाम' शनिवार को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक किये जाने का प्रस्ताव है.
राकेश टिकैत ने कहा
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि शनिवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा, लेकिन इन दोनों राज्यों के किसानों को किसी भी समय दिल्ली बुलाया जा सकता है.
हजारों किसान दिल्ली की तीन सीमाओं पर
गाज़ीपुर बार्डर प्रदर्शन स्थल पर मीडिया से बातचीत करते हुए टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में किसान छोटे समूहों में जिला मुख्यालयों में ज्ञापन सौंपेंगे. पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्से के हजारों किसान दिल्ली की तीन सीमाओं -सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बार्डर पर 70 से अधिक दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्रीय कृषि कानूनों को पूरी तरह वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
एसकेएम का बयान
एसकेएम ने एक बयान में कहा है कि दिल्ली के अंदर चक्का जाम नहीं होगा क्योंकि प्रदर्शन के सभी स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं. दिल्ली में प्रवेश के सभी मार्ग खुले रहेंगे, केवल वही मार्ग बंद रहेंगे, जहां किसानों का प्रदर्शन चल रहा है.
सुरक्षा कड़ी
अधिकारियों ने बताया कि किसानों के प्रस्तावित ‘चक्का जाम' से पहले प्रदर्शन स्थलों के पास दिल्ली के विभिन्न बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है. सुरक्षा चाक चौबंद करने के क्रम में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है और बहुस्तरीय अवरोधक, कंटीले तार तथा सड़कों पर नुकीली कीलें लगाई गई हैं.
Posted By : Amitabh Kumar