चंडीगढ़ मेयर चुनावः चंडीगढ़ के महापौर पद का चुनाव भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मनोज सोनकर ने जीत लिया है. उन्होंने कांग्रेस समर्थित आम आदमी पार्टी प्रत्याशी कुलदीप कुमार को हरा दिया है. सोनकर को 16 वोट मिले जबकि कुलदीप कुमार के पक्ष में 12 मत आए. वहीं, आठ मतों को अवैध घोषित कर दिया गया. वहीं चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दल आप और कांग्रेस के पार्षदों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, दिल्ली में आप (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर धोखा देने का आरोप लगाया.
अरविंद केजरीवाल ने लगाया बेईमानी का आरोप
काफी बवाल के बाद हुआ चंडीगढ़ मेयर चुनाव बीजेपी के नाम रहा. हालांकि संख्या बल के लिहाज से बीजेपी AAP-कांग्रेस गठबंधन से काफी पीछे थी. AAP-कांग्रेस के पास 20 पार्षद थे. जबकि बीजेपी के मनोज सोनकर वोटों के साथ चुनावी बाजी जीतकर चंडीगढ़ शहर के अगले मेयर निर्वाचित हो गए. वहीं, चंडीगढ़ मेयर चुनाव नतीजों के ऐलान के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया. दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नतीजों के बाद कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिन दहाड़े जिस तरह से बेईमानी की गई है, वो बेहद चिंताजनक है. यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं. ये बेहद चिंताजनक है.
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिन दहाड़े जिस तरह से बेईमानी की गई है, वो बेहद चिंताजनक है। यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। ये बेहद चिंताजनक है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 30, 2024
राघव चड्ढा ने भी निकाली भड़ास
आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने भी मीडिया से बात करते हुए इसे बीजेपी की साजिश बताया. उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव के दौरान हमने जो कुछ भी देखा वह न केवल असंवैधानिक है बल्कि देशद्रोह है. चड्ढा ने कहा कि चुनाव में हमने जो अवैधता देखी उसे देशद्रोह ही कहा जा सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि यह एक गठबंधन, एक गठबंधन या एक पार्टी के लिए झटका नहीं है. यह भारत के लोकतंत्र के लिए झटका है. हम व्यथित और आहत हैं और हम चिंतित हैं कि क्या होगा.. क्या आगामी 2024 के चुनावों में ऐसा होगा. यदि भाजपा इतने निम्न स्तर का सहारा ले सकती है और जालसाजी और अवैधता कर सकती है, तो बीजेपी चुनाव प्रक्रिया में धांधली करने के लिए किसी भी स्तर तक जा सकती है.
#WATCH | On Chandigarh mayor election, AAP MP Raghav Chadha says, "This is not a setback for one coalition, one alliance or one party. It is a setback for India's democracy…We are aggrieved and hurt & we are worried as to what will happen in the upcoming 2024 polls. If the BJP… pic.twitter.com/efK7EhlqI1
— ANI (@ANI) January 30, 2024
AAP ने की कार्रवाई की मांग
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए आप सांसद राघव चड्ढा ने पीठासीन अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए. चड्ढा ने कहा कि हम इसकी शिकायत दर्ज करेंगे और न केवल जांच बल्कि उनकी गिरफ्तारी की मांग भी करेंगे. चड्ढा ने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में पहली बार 36 में से 8 वोट अवैध घोषित किए गए. कांग्रेस और आप गठबंधन को 20 वोट मिलने थे लेकिन हमें सिर्फ 12 वोट मिले और 8 वोट अवैध घोषित किए गए. वहीं, बीजेपी का एक भी वोट अवैध घोषित नहीं किया गया.
#WATCH | On Chandigarh mayor election, AAP MP Raghav Chadha says, "Action should be taken against the Presiding Officer. He should be arrested, he has done treason…We will file a complaint & demand not just an inquiry but his arrest…" pic.twitter.com/5zjKAFPDuv
— ANI (@ANI) January 30, 2024
रो पड़े आप उम्मीदवार कुलदीप कुमार
चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद आप के चंडीगढ़ मेयर उम्मीदवार कुलदीप कुमार को गहरा झटका लगा है. नतीजे से हैरान कुलदीप फूट-फूटकर रोने लगे. दूसरे पार्षदों ने उन्हें चुप कराने की काफी कोशिश की. बता दें, चंडीगढ़ नगर निगम में 35 सदस्यीय सदन में भाजपा के 14 पार्षद हैं. आप के 13 और कांग्रेस के सात पार्षद हैं. शिरोमणि अकाली दल का एक पार्षद है.
VIDEO | AAP's Chandigarh mayor candidate Kuldeep Kumar breaks down after results of mayoral polls were announced.
BJP candidate Manoj Sonkar defeated AAP's Kuldeep Kumar to win Chandigarh Mayor's post. pic.twitter.com/cArmRY0H8B
— Press Trust of India (@PTI_News) January 30, 2024
कोर्ट के आदेश के बाद हुआ चुनाव
बता दें, मेयर चुनाव के लिए मतदान 18 जनवरी को होना था, लेकिन पीठासीन अधिकारी के बीमार पड़ने के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने इसे छह फरवरी तक के लिए टाल दिया था. प्रशासन ने उस समय भी कहा था कि कानून-व्यवस्था की स्थिति का आकलन करने के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया था. चुनाव टालने के प्रशासन के आदेश पर कांग्रेस और आप पार्षदों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था. कुलदीप कुमार ने चंडीगढ़ के उपायुक्त के चुनाव टालने के आदेश को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी. उच्च न्यायालय ने 24 जनवरी के अपने आदेश में चंडीगढ़ प्रशासन को 30 जनवरी को सुबह 10 बजे महापौर पद के लिए चुनाव कराने का निर्देश दिया था. भाषा इनपुट के साथ