24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Chandrayaan-3: रोवर प्रज्ञान ने पहली बार खींची लैंडर विक्रम की तस्वीर, कहा- स्माइल प्लीज, देखें फोटो

इसरो ने रोवर प्रज्ञान द्वारा खींची गयी तस्वीरों को शेयर किया और लिखा, स्माइल प्लीज. इसरो ने बताया, प्रज्ञान रोवर ने आज सुबह विक्रम लैंडर की एक तस्वीर क्लिक की. रोवर (NavCam) पर लगे नेविगेशन कैमरे द्वारा तस्वीर ली गई.

चंद्रयान-3 की 23 अगस्त को सफल लैंडिंग के बाद चंद्रमा के बारे में रोवर प्रज्ञान ने कई जानकारियां भेजी हैं. जिसमें सबसे खास जानकारी मिली है कि चांद पर भी ऑक्सीजन और कई अन्य तत्व मौजूद हैं. इसरो लगातार रोवर की गतिविधि पर नजर बनाये हुए है. इसरो ने चंद्रमा की सतह पर रोवर प्रज्ञान की ताजा गतिविधि के बारे में लोगों को जानकारी दी है. जिसमें बताया कि रोवर प्रज्ञान ने लैंडिंग के बाद पहली बार लैंडर विक्रम की तस्वीर ली है.

इसरो ने रोवर द्वारा खींची गयी तस्वीरें शेयर की

इसरो ने रोवर प्रज्ञान द्वारा खींची गयी तस्वीरों को शेयर किया और लिखा, स्माइल प्लीज. इसरो ने बताया, प्रज्ञान रोवर ने आज सुबह विक्रम लैंडर की एक तस्वीर क्लिक की. रोवर (NavCam) पर लगे नेविगेशन कैमरे द्वारा तस्वीर ली गई. चंद्रयान-3 मिशन के लिए NavCams इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स सिस्टम प्रयोगशाला (LEOS) द्वारा विकसित किए गए हैं.

Also Read: Explainer: चंद्रयान 3 के पास बचा है 10 दिन से कम समय, जानिए अब तक क्या-क्या एक्स्प्लोर किया

रोवर प्रज्ञान ने चंद्रमा पर ऑक्सीजन की खोज की

इससे पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान पर लगे एक उपकरण ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सतह में गंधक होने की स्पष्ट रूप से पुष्टि की. इसरो ने यह भी कि कहा कि उपकरण ने उम्मीद के मुताबिक एल्युमीनियम, कैल्शियम, लौह, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैंगनीज, सिलिकॉन और ऑक्सीजन का भी पता लगाया है. इसरो ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, वैज्ञानिक प्रयोग जारी हैं…रोवर पर लगे लेजर संचालित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (एलआईबीएस) उपकरण ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सतह में गंधक होने की स्पष्ट रूप से पुष्टि की है. बेंगलुरु में स्थित इसरो के मुख्यालय ने कहा, उम्मीद के मुताबिक एल्युमीनियम, कैल्शियम, लौह, क्रोमियम, टाइटेनियम, मैंगनीज, सिलिकॉन और ऑक्सीजन का भी पता चला है. हाइड्रोजन की तलाश जारी है.

Also Read: Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 मिशन में शामिल वैज्ञानिकों की शैक्षणिक योग्यता क्या है, जानें?

चंद्रमा पर हाइड्रोजन की गहन पड़ताल जारी

एलआईबीएस उपकरण को इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स सिस्टम्स (एलईओएस)/इसरो, बेंगलुरु की प्रयोगशाला में विकसित किया गया है. इसरो ने कहा, हाइड्रोजन की मौजूदगी के संबंध में गहन पड़ताल जारी है.

अमेरिकी सांसद, भारतीय-अमेरिकियों ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर भारत को बधाई दी

अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद और प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकियों ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग के लिए मंगलवार को भारत को बधाई दी. सांसद और कांग्रेसनल इंडिया कॉकस के वरिष्ठ सदस्य ब्रैड शर्मन ने कहा, भारत को चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए बधाई. भारत चंद्रमा के इस भाग पर अंतरिक्ष यान उतारने वाला पहला देश है. ‘सेलेस्टा कैपिटल’ के प्रबंध साझेदार और ओबामा प्रशासन के पूर्व अधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग एयरोस्पेस उत्कृष्टता की दिशा में भारत की प्रगति का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि देश की अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था एक महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण और सरकारी तथा निजी क्षेत्र के बीच मजबूत सहयोग के आधार पर एक प्रभावशाली प्रक्षेप पथ पर आगे बढ़ रही है.

Also Read: चंद्रयान-3 ने दी पहली बड़ी जानकारी, चांद के साउथ पोल में कितना है तापमान जानें

23 अगस्त को चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर हुई सॉफ्ट लैंडिंग

भारत ने 23 अगस्त को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस लैंडर मॉड्यूल (एलएम) की सॉफ्ट लैंडिग कराने में सफलता हासिल की थी. इसी के साथ भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का पहला देश तथा चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन गया था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें