देहरादून : मौसम साफ होने और रास्ता खुल जाने के बाद उत्तराखंड में चारधाम यात्रा एक बार फिर शुरू कर दी गई है. चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. पर्यटन विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 27 अप्रैल को यात्रा शुरू होने से लेकर रविवार यानी 7 मई की शाम तक करीब पांच लाख से अधिक श्रद्धालू चारधाम की यात्रा कर चुके हैं. इनमें सबसे अधिक श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम का दर्शन किया है. इसके बाद दूसरे नंबर पर बदरीनाथ धाम और गंगोत्री-यमुनोत्री में जाकर श्रद्धालुओं ने दर्शन किए.
सबसे अधिक केदारनाथ में श्रद्धालुओं ने किया दर्शन
पर्यटन विभाग की ओर से जारी किए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 22 अप्रैल से लेकर 7 मई तक करीब 5,05,286 श्रद्धालुओं ने चारधाम की यात्रा की. इनमें सबसे अधिक करीब 1.75 लाख श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम का दर्शन किया. विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि 22 अप्रैल से 7 मई तक केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में करीब 5,05,286 से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. इसमें केदारनाथ धाम में 1.75 लाख, बदरीनाथ में 1.18 लाख से अधिक, गंगोत्री में 1.13 लाख, यमुनोत्री में 1 लाख श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच जारी
उधर, स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि चारधाम यात्रा के मार्गों पर की जा रही श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग की जा रही है, जिसमें हाई ब्लड प्रेशर, अस्थमा, सांस संबंधी बीमारियों की जांच की जा रही है. जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में 33 श्रद्धालुओं को यात्रा न करने की सलाह दी गई. अब तक यात्रा मार्ग पर 55 साल से ऊपर के 40,000 से अधिक यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच की गई है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा करने के लिए मार्गों में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है.
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82 हजार श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच
पर्यटन विभाग की ओर से जारी किए आंकड़ों के अनुसार, चारधाम यात्रा में 22 अप्रैल से लेकर 6 मई तक 55 वर्ष से अधिक आयु के 40,000 से अधिक और 54 वर्ष से कम आयु के 42,000 से अधिक श्रद्धालुओं की जांच की गई. उत्तराखंड सरकार के सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार ने मीडिया को बताया कि चारधाम यात्रा में आने वाले 55 वर्ष से अधिक आयु के सभी श्रद्धालुओं की मेडिकल केयर प्वाइंट पर जांच की जा रही है.