क्या दिल्ली में इस बार छठ का आयोजन नहीं होगा ? आम आदमी पार्टी के विधायक इसी तरफ इशारा कर रहे हैं और इसके लिए पूरी तरह भारतीय जनता पार्टी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. छठ महापर्व को लेकर दिल्ली में राजनीति तेज है. भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी दोनों आमने सामने है. और एक दूसरे पर छठ महापर्व पर रोक लगाने को लेकर आरोप प्रत्यारोप कर रही है.
आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस पूरे विवाद के पीछे भाजपा का हाथ है. दिल्ली आपदा प्रबंधन ने छठ पर बैन लगाने का फैसला लिया है. सोमनाथ भारती ने भी कहा है कि भाजपा उनके इलाके में पुलिस का इस्तेमाल करके छठ की तैयारियों पर रोक लगा रही है.
सिर्फ आम आदमी पार्टी के विधायक ही नहीं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा है कि छठ महापर्व में तैयारियों पर रोक लगाना, उसके लिए बाधाएं खड़ी करना गलत है. हम इसे साथ में मिलकर आयोजित कर सकते हैं. साथ मिलकर हम छठ पूजा कर सकते हैं. तभी हम सफल होंगे.
आप विधायक संजीव झा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, दिल्ली आपदा प्रबंधन के माध्यम से भाजपा छठ पूजा पर रोक लगाना चाहती है. यमुना में पूजा के लिए लाखों श्रद्धालु हर साल आते हैं. हमने इस संबंध में दिल्ली के उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखी है. यह छठ पूजा बेहतर हो सकती है और कोरोना संक्रमण से बचाव के नियमों का भी पालन किया जा सकता है क्योंकि यहां जगह है.
दिल्ली के कई विधायक जिनमें सोमनाथ, विनय मिश्रा, संजीव झा भी शामिल हैं उन्होंने बताया है कि छठ का आयोजन लंबे समय से हो रहा है इस पर रोक लगाने की कोशिश अच्छी नहीं है. पूर्वांचल के लोगों का अपमान करने की कोशिश की जा रही है.
इन आरोपों पर भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह ने कहा है कि हम पर गलत आरोप लगाये गये हैं. जिस बैठक में आपदा प्रबंधन ने छठ पर रोक लगाने का फैसला लिया है उस बैठक में अरविंद केजरीवाल मौजूद थे. यह आप के चेहरे को लोगों को सामने लेकर आया है. वह देश की राजधानी में माहौल खराब करना चाहते हैं.