Clash Between Farmer and Police In Sangrur : पंजाब में बाढ़ हुए नुकसान के मुआवजे के लिए किसान मांग कर रहे है. इस मांग के लिए उनका एक दिन का प्रदर्शन 22 अगस्त को चंडीगढ़ में होना था. लेकिन उससे पहले ही संगरूर जिले के लोंगोवाल में किसान और पुलिस के बीच झड़प हो गई. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस झड़प में एक किसान के मौत की खबर कुछ मीडिया सामने आ रही है. वहीं, कई अन्य किसान और पुलिसकर्मी के घायल होने की भी सूचना है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाढ़ से हुए नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर पूर्व निर्धारित प्रदर्शन से एक दिन पहले कुछ किसान नेताओं की हिरासत को लेकर सोमवार को संगरूर जिले में किसानों की पुलिस के साथ झड़प हो गई. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि झड़प उस वक्त हुई जब पुलिसकर्मियों ने भारती किसान यूनियन (एकता-आजाद) के बैनर तले जिले में एक सड़क और एक टोल प्लाजा को अवरुद्ध करने के लिए आगे बढ़ने से किसानों को रोकने की कोशिश की.
उन्होंने बताया कि इसमें कुछ पुलिसकर्मी और किसान घायल हो गए. संगरूर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुरेंद्र लांबा ने कहा कि ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और बसों पर सवार प्रदर्शनकारी किसान पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों को जबरन पार कर गये. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ प्रदर्शनकारी हिंसक भी हो गए और उन्होंने पुलिसकर्मियों पर लाठियों से हमला किया, जिसमें एक पुलिस निरीक्षक समेत समेत दो लोग घायल हो गए.
पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों की बस के नीचे आने से एक किसान को गंभीर चोट आयी. उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारती किसान यूनियन (क्रांतिकारी), बीकेयू (एकता आजाद), आजाद किसान समिति, दोआबा, बीकेयू (बेहरामके) और भूमि बचाओ मोहिम सहित सोलह किसान संगठनों ने मंगलवार को चंडीगढ़ में प्रदर्शन करने की योजना बनाई है.
सोमवार को, प्रदर्शनकारी किसानों ने दावा किया कि किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) के अध्यक्ष सरवन सिंह पंढेर, केएमएससी के सतकार सिंह कोटली, बीकेयू (बेहरामके) के बोहर सिंह सहित उनके कई नेताओं को प्रदर्शन से पहले पुलिस ने हिरासत में ले लिया. पुलिस विभाग की ओर से इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है. किसान नेता पंजाब समेत उत्तरी क्षेत्र में बाढ़ से हुए नुकसान के लिए केंद्र से 50,000 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग कर रहे हैं.
वे फसल के नुकसान के लिए 50,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा, क्षतिग्रस्त घर के लिए 5 लाख रुपये और बाढ़ में मरने वाले व्यक्ति के परिवार के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे की भी मांग कर रहे हैं. बता दें कि इसी विरोध प्रदर्शन से पहले स्थिति ऐसी बनी की पुलिस और किसान आमने-सामने हो गए और मीडिया खबरों के अनुसार एक किसान ने जान गंवा दिया.
सोर्स : भाषा इनपुट