पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर दिल्ली जाने वाली उड़ान से उतारे जाने का मामले ने अब तूल पकड़ ली है. भगवंत मान पर भाजपा समेत कई विपक्षी दल अपने सवालों से घेरने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह घटना जर्मनी में घटी है, पहले तथ्यों की जांच करनी होगी. उन्होंने कहा कि मुझे जांच के लिए कई अनुरोध किए गए हैं, जिसपर निश्चित रूप से गौर करूंगा.
On request demanding inquiry into allegations about Punjab CM being deplaned from a Lufthansa aircraft,Civil Aviation Min says,"This was int'l soil. We'll have to make sure we verify facts. Up to Lufthansa to provide data. I'll certainly,based on request sent to me, look into it" pic.twitter.com/CPNuif41gL
— ANI (@ANI) September 20, 2022
भगवंत मान सोमवार को जर्मनी से अपनी आठ दिवसीय यात्रा के बाद भारत लौटे जहां वह विभिन्न क्षेत्रों में निवेश प्रस्ताव आमंत्रित करने गए थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मान को यहां फ्रैंकफर्ट से दिल्ली जाने वाली लुफ्थांसा की फ्लाइट से नशे में होने के कारण उतार दिया गया. इधर, विपक्षी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने भी मुख्यमंत्री मान पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि नशे में होने के कारण उन्हों फ्लाइट से उतारा गया था. हालांकि आम आदमी पार्टी इस आरोप को अब तक खारिज करती रही है.
शिअद के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि मान पर आरोप लगाते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल को इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण देने की जरूरत है. उन्होंने कहा, भारत सरकार को भी कदम उठाना चाहिए क्योंकि इसमें पंजाबी और राष्ट्रीय गौरव की बात है. यदि उन्हें विमान से उतारा गया था, तो भारत सरकार को अपने जर्मन समकक्ष के साथ इस मुद्दे को उठाना चाहिए.
आम आदमी पार्टी ने इस घटना को महज एक अफवाह बताया है. पार्टी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री मान को फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर दिल्ली जाने वाली उड़ान से नहीं उतारा गया था. आप ने इस आरोप को निराधार बताते हुए एक जानीतिक साजिश बताया है. वहीं, पंजाब सीएमओ के अधिकारियों के अनुसार मुख्यमंत्री भगवंत मान की अचानक तबीयत खराब हो गई थी, जिस कारण वे विमान में नहीं चढ़ सके थे.