नयी दिल्ली : कांग्रेस ने सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते में अगले साल जुलाई तक कोई वृद्धि नहीं करने के केंद्र सरकार के निर्णय को ‘अन्यायपूर्ण’ करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि यह फैसला वापस लिया जाना चाहिए .
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पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह सवाल भी किया कि क्या सरकार के पास पैसे नहीं हैं? उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मोदी जी, कोरोना की मार से जूझ कर देश की सेवा कर रहे भारत सरकार के कर्मियों का 1 जनवरी 2020 से 1 जनवरी, 2021 तक का महंगाई भत्ता काटना अन्यायपूर्ण तथा असवेंदनशील निर्णय है. पेंशनभोगियों का महंगाई भत्ता काटना तो और भी अमानवीय है.”
उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार के पास तनख़्वाह का भी पैसा नहीं बचा है? कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को इस निर्णय को वापस लेना चाहिए. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के कारण पैदा हुए संकट के कारण बढ़ते वित्तीय बोझ के चलते सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते में अगले साल जुलाई तक कोई वृद्धि नहीं करने का फैसला किया है.
इस फैसले का केंद्र सरकार के 50 लाख कर्मचारियों तथा 61 लाख पेंशनभोगियों पर असर पड़ेगा. वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग द्वारा जारी एक आधिकारिक ज्ञापन में कहा गया है, ‘‘कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्पन्न संकट को देखते हुए केंद्र सरकार के कर्मचारियों तथा पेंशनभोगियों को महंगाई भत्ते में एक जनवरी 2020 से मिलने वाली किस्त को रोकने का निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही एक जुलाई 2020 से और एक जनवरी 2021 में दी जाने वाली महंगाई भत्ते की अगली किस्त के भुगतान पर भी रोक लगाने का निर्णय लिया गया है.