चंडीगढ़ : उत्तर-पश्चिम भारत में जारी लू के कहर के बीच पंजाब में लोगों को पिछले दो दिनों से भारी बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है. सूबे में बिजली की समस्या खड़ी होते ही कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. शुक्रवार को उन्होंने पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पर ट्विटर के जरिए सवालों पर सवालों के गोले दाग दिए. एक साथ उन्होंने कई ट्वीट करते हुए सरकार से सवाल पूछे हैं.
अपने ट्वीट में नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा है कि अगर सही तरीके से काम किया जाए, तो पंजाब में आम लोगों के एसी चलाने या बिजली कटौती के लिए समय निर्धारित करने की जरूरत ही नहीं है. उन्होंने लिखा कि पंजाब इस समय 4.54 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली की खरीद कर रहा है, जो राष्ट्रीय औसत और चंडीगढ़ के औसत से कहीं ज्यादा है.
बता दें कि पंजाब में लू का प्रकोप होने के बावजूद अघोषित बिजली की कटौती की जा रही है. आलम यह कि गुरुवार को बिजली की मांग अपने रिकॉर्ड 14,500 मेगावाट तक पहुंच गई. सूबे में बीते दो दिनों से लगातार कई घंटों तक बिजली की कटौती की जा रही है. स्थिति यह है कि मोहाली के कई इलाकों में पिछले 24 घंटों के दौरान करीब 14 घंटे से अधिक समय के लिए बिजली की कटौती की गई.
इसके साथ ही, पंजाब के पटियाला, बठिंडा और कपूरथला, तरनतारण, फिरोजपुर, मुक्तसर और लुधियाना के कुछ इलाकों में सात घंटे तक बिजली गुल रही. सबसे बड़ी बात यह है कि पंजाब में किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही धान की रोपाई के दौरान यहां के ग्रामीण इलाकों में बिजली की आपूर्ति पर रोक लगा दी गई है.
राज्य में बिजली आपूर्ति में आ रही बाधा की वजह से पंजाब की अमरिंदर सिंह सरकार ने सरकारी दफ्तरों में कार्य का समय कम करके सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक निर्धारित कर दिया है. इसके साथ ही, सरकार ने औद्योगिक क्षेत्रों में सप्लाई की जा रही बिजली पर रोक लगाने का फैसला किया है.
मीडिया की खबरों के अनुसार, पंजाब में हो रही बिजली की अघोषित कटौती को लेकर कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ही अमरिंदर सिंह सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. अपने ट्वीट के जरिए उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि पंजाब किसी अन्य राज्य से अधिक पैसे देकर बिजली की खरीद करता है.
Truth of Power Costs, Cuts, Power Purchase Agreements & How to give Free & 24 hour Power to the People of Punjab:- 1. There is No need for Power-Cuts in Punjab or for the Chief Minister to regulate office timings or AC use of the Common People … If we Act in the right direction
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 2, 2021
उन्होंने कहा कि बादल सरकार ने तीन कंपनियों से बिजली खरीद के लिए सौदा किया था. पिछले साल तक हम इन्हीं तीन कंपनियों से बिजली की खरीद करते आ रहे थे, लेकिन अब पंजाब को राष्ट्रीय ग्रिड से बिजली लेनी चाहिए. इसका कारण यह है कि यहां पर बिजली सस्ती मिलेगी.
उन्होंने आगे लिखा कि पंजाब विधानसभा में एक कानून ऐसा पेश किया जाना चाहिए, जिससे बिजली के दामों पर एक कैप लगाई जा सके. ऐसा करने से पंजाब के लोगों के पैसों की बचत होगी. पंजाब में एक यूनिट बिजली से होने वाली कमाई सबसे कम है. कंपनियों को प्रति यूनिट का चार्ज अधिक देना पड़ रहा है.
Posted by : Vishwat Sen