PM Modi in Rajya Sabha Today : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस पर जोरदार हमला किया और अपने गुजरात के दिनों को याद किया. उन्होंने कहा कि जब मैं गुजरात में था तो मेरे साथ क्या-क्या जुल्म हुए मैं भूल नहीं सकता हूं. दिल्ली की सरकार ने यह जुल्म किया लेकिन मैं जानता था कि देश के विकास के लिए गुजरात का विकास जरूरी है. राज्य की प्रगति से ही देश की प्रगति होगी. कांग्रेस ने गुजरात के साथ भेद भाव किया.
कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस परिवार के आगे कुछ नहीं सोचती है. कुछ लोग बोलते हैं कि कांग्रेस नहीं होती तो क्या होता…तो आज मैं बताता हूं कि क्या होता…महात्मा गांधी के विचार के अनुसार कांग्रेस नहीं होती तो 1975 का कलंक नहीं होता. 1975 में लोकतंत्र का गला घोंटा गया. लोकतंत्र में परिवारवाद सबसे बड़ा खतरा होता है. कांग्रेस ना होती तो इमरजेंसी का कलंक नहीं होता. जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी ना होती. कांग्रेस नहीं होती तो सिखों का नरसंहार ना होता. कश्मीर के पंडितो को कश्मीर छोड़ने की नौबत ना आती. कांग्रेस ना होती तो बेटियों को तंदूर में नहीं जलाया जाता. यदि कांग्रेस नहीं होती तो मूलभूत सुविधाओं के लिए लोगों को इतना इंतजार नहीं करना पड़ता.
प्रधानमंत्री की बातों का कांग्रेस के सदस्यों ने विरोध किया और कुछ देर हंगामा करने के बाद उसके सभी सदस्य सदन से वॉकआउट कर गए. उनके सदन से बाहर जाने के बाद भी प्रधानमंत्री का कांग्रेस पर हमला जारी रहा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सिर्फ सुनाना ही नहीं होता है, सुनना भी लोकतंत्र का हिस्सा होता है. लेकिन सालों तक उपदेश देने की आदत रही है उनकी. इसलिए बातें सुनने में मुश्किल हो रही है उन्हें.
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ दल के बड़े नेताओं ने पिछले दो साल में जो अपरिपक्वता दिखाई है उससे देश को बहुत निराशा हुई है. हमने देखा कि कैसे राजनीतिक स्वार्थ में खेल खेले गए, भारतीय वैक्सीन के खिलाफ मुहिम चलाई गई. उन्होंने कहा कि इस सदन में कुछ साथियों ने भारत की निराशाजनक तस्वीर पेश की और ऐसा लग रहा था कि उन्हें इसे पेश करने में आनंद भी आ रहा था. मुझे लगता है कि सार्वजनिक जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और जय-पराजय होती रहती है, उससे छाई हुई व्यक्तिगत जीवन की निराशा कम से कम देश पर नहीं थोपनी चाहिए.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महंगाई की बात करते हुए कहा कि यूपीए के समय महंगाई डबल डिजिट छू रही थी, आज हम एक एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था हैं जो हाई ग्रोथ और मध्यम मुद्रास्फीति अनुभव कर रहे हैं. रोजगार की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि नैसकॉम के अनुसार 2017 के बाद 27 लाख रोजगार आईटी सेक्टर में प्राप्त हुआ. 2021 में भारत में जितने यूनिकॉर्न बने वो पहले के वर्षों में बने कुल यूनिकॉर्न से भी ज़्यादा हैं. अगर ये सब रोजगार की गिनती में नहीं आता तो फिर ये रोजगार से ज़्यादा राजनीति की चर्चा ही मानी जाती है.
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि साल 2021 में एक करोड़ 20 लाख नए ईपीएफओ के पेरोल पर जुड़े, इनमें से 60-65 लाख 18 से 25 वर्ष की आयु के हैं. रिपोर्ट बताती है कि कोरोना के पहले की तुलना में कोविड प्रतिबंध खुलने के बाद नियुक्तियां दोगुनी बढ़ गई हैं.