चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी की ओर से करारा झटका लग सकता है. इसका कारण यह है कि कांग्रेस आलाकमान पंजाब के वर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को विधानसभा चुनाव के लिए सीएम का कंडीडेट घोषित कर सकती है. कांग्रेस आलाकमान इस बार सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कर रहा है, लेकिन पंजाब कांग्रेस के दिग्गज नेता उस पर 2017 के चुनाव की तरह सीएम कंडीडेट घोषित करने का दबाव बना रहे हैं. पार्टी सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से भगवंत सिंह मान को सीएम कंडीडेट घोषित करने के बाद कांग्रेस नेताओं ने आलाकमान पर दबाव बनाना और तेज कर दिया है.
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी की ओर से 2017 के चुनाव से सबक लेते हुए मंगलवार को भगवंत सिंह मान को पंजाब में सीएम का कंडीडेट घोषित करने के बाद कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बढ़ गया है. वर्ष 2017 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सीएम पद का चेहरा घोषित नहीं किया था, जबकि कांग्रेस कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर चुनाव लड़ी थी. पार्टी सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी की ओर से सीएम कंडीडेट घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस आलाकमान चरणजीत सिंह चन्नी को इस चुनाव में अपना चेहरा घोषित कर सकती है.
बताते चलें कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने से पहले उनके नामों पर मुहर लगाने के लिए कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में ही सूबे के कई दिग्गज नेताओं ने आलाकमान के सामने सीएम कंडीडेट घोषित करने की मांग की थी. उसके बाद खबर यह भी है कि इन दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद आलाकमान से साफ-साफ शब्दों में कह दिया है कि पार्टी की ओर से सीएम कंडीडेट को घोषित किए बगैर चुनाव लड़ना काफी मुश्किल है.
हालांकि, चुनावी विश्लेषक यह कहने से भी गुरेज नहीं कर रहे कि पंजाब में कांग्रेस का पलड़ा भारी है. इसके पीछे उनका तर्क यह है कि कांग्रेस के पास चरणजीत सिंह चन्नी जैसे दलित समुदाय का चेहरा मौजूद है. चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री के तौर पर करीब 100 दिन के कार्यकाल में खुद को साबित करने में सफलता हासिल की है. इस वजह से इस बार के चुनाव में कांग्रेस को चरणजीत सिंह चन्नी का फायदा मिल सकता है. ऐसे में पार्टी आलाकमान इस चुनाव में सीएम कंडीडेट के तौर पर चन्नी के चेहरे का ऐलान कर सकता है.
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वहीं, रणनीतिकार यह भी मानते हैं कि बागी तेवर वाले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी में अनबन शुरू हो गई है. इसलिए, पार्टी आलाकमान को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं सिद्धू फिर ना बगावती तेवर दिखाना शुरू कर दें. उनके बगावती तेवर को शांत करने के तोड़ पर पार्टी आलाकमान चरणजीत सिंह चन्नी को आगे करके चुनाव लड़ने में भलाई समझ रहा है. ऐसे में नुकसान नवजोत सिंह सिद्धू के पाले में जाता दिखाई दे रहा है.