Congress President Election: 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद को लेकर सियासी चर्चाओं का बाजार गरम है. दरअसल, चुनावी सप्ताह में भी कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसको लेकर तस्वीर अब तक साफ नहीं हो पायी है. खबरों के मुताबिक, राहुल गांधी फिर से पार्टी अध्यक्ष पद की कुर्सी संभालने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं और उन्हें मनाने की तमाम कोशिशें भी विफल साबित हुई हैं. बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया था. इसके बाद से सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रही हैं.
एनडीटीवी की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कांग्रेस के सदस्यों की अपील को ठुकराते हुए राहुल गांधी अपने फैसले पर अड़े हुए हैं. इधर, वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी स्वास्थ्य कारणों से फिर से कांग्रेस का अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया है. सूत्रों के हवाले से सामने आ रही रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद 137 साल पुरानी पार्टी के अधिकांश सदस्य इस पद के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा की तरफ देख रहे हैं. उनका मानना है कि गांधी परिवार का ही कोई सदस्य पार्टी को बेहतर चला सकता है. वहीं, उत्तर प्रदेश की प्रभारी के तौर पर उनका प्रदर्शन भी कई लोगों के दिमाग में है.
रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के नाम पर भी चर्चा हो रही है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस पार्टी में नये अध्यक्ष की जिम्मेदारी गैर-गांधी को सौंपी जा सकती है. वहीं, आम सहमति के अभाव में शनिवार से शुरू होने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के कार्यक्रम पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं. इधर, पार्टी की ओर से फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है. बता दें कि पिछली बार 1998 में सीताराम केसरी कांग्रेस के गैर-गांधी नेता अध्यक्ष बने थे.
एनडीटीवी से बातचीत में कांग्रेस के दिग्गज नेता भक्त चरण दास ने कहा कि यह सही है कि राहुल गांधी का कहा है कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष पद में कोई दिलचस्पी नहीं है. लेकिन, पार्टी के प्रमुख नेता इसपर काम कर रहे हैं और उनसे पदभार संभालने का अनुरोध कर रहे हैं. इन सबके बीच, राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस के अभियान का नेतृत्व करना जारी रखा है. वह सितंबर में एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे और कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत करेंगे. वहीं, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हम अध्यक्ष के चुनाव को लेकर आश्वस्त नहीं हैं.
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