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Congress Presidential Polls: थरूर पर खड़गे का पलड़ा भारी, कुर्सी संभालते ही गुजरात-हिमाचल बड़ी चुनौती

कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव संपन्न हो चुका है. मतदान खत्म होने के बाद ऐसी खबर आ रही है, शशि थरूर पर मल्लिकार्जुन खड़गे का पलड़ा भारी है. ऐसा इसलिए क्योंकि खड़गे को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का समर्थन प्राप्त है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुलेआम खड़गे के समर्थन में वोट की अपील की थी.

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 17 अक्टूबर को समाप्त हो चुकी है. अब सभी हो 19 अक्टूबर का इंतजार है, जब 24 साल बाद कांग्रेस को गांधी परिवार के बाहर का अध्यक्ष मिल जाएगा. अध्यक्ष चाहे मल्लिकार्जुन खड़गे बने या फिर शशि थरूर, दोनों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है. अध्यक्ष पद पर बैठते ही सिर पर गुजरात और हिमाचल प्रदेश का चुनाव है. यानी आगे कुंआ, तो पीछे खाई वाली स्थिति बन गयी है.

थरूर पर भारी पड़ रहे खड़गे

कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव संपन्न हो चुका है. मतदान खत्म होने के बाद ऐसी खबर आ रही है, शशि थरूर पर मल्लिकार्जुन खड़गे का पलड़ा भारी है. ऐसा इसलिए क्योंकि खड़गे को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का समर्थन प्राप्त है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुलेआम खड़गे के समर्थन में वोट की अपील भी की गयी थी. हालांकि उसके बाद काफी विवाद भी हुआ और चुनाव गाइडलाइन के खिलाफ बताया गया. दूसरी ओर शशि थरूर को युवाओं का समर्थन प्राप्त है.

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कांग्रेस के नये अध्यक्ष के सामने बड़ी चुनौती

कांग्रेस अध्यक्ष पद पर चाहे मल्लिार्जुन खड़गे बैठे या फिर शशि थरूर, दोनों के लिए आने वाला समय काफी चुनौती भरा रह सकता है. क्योंकि अध्यक्ष बनने के साथ सिर पर गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा का चुनाव होगा. दोनों राज्यों में पार्टी को जीत दिलाने की बड़ी चुनौती होगी.

खड़गे से हारकर भी थरूर बनायेंगे रिकॉर्ड

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में अगर मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ शशि थरूर को हार मिलती भी है, तो उनके सामने रिकॉर्ड बनाने का मौका होगा. वह शरद पवार और जितेंद्र प्रसाद का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. दरअसल 1997 के चुनाव में तीन उम्मीदवार खड़े हुए थे. जिसमें सीताराम केसरी ने 6224 वोट हासिल कर शरद पवार को हराया था. उस चुनाव में पवार को 882 वोट मिले थे. जबकि 2000 में हुए चुनाव में सोनिया गांधी के खिलाफ जितेंद्र प्रसाद को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था. जितेंद्र प्रसाद को केवल 94 वोट ही मिले थे. मौजूदा चुनाव में उम्मीद की जा रही है कि थरूर और खड़गे के बीच कांटे की टक्कर होगी.

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में 96 प्रतिशत मतदान

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में करीब 9500 डेलीगेट (निर्वाचक मंडल के सदस्यों) ने हिस्सा लिया. इस चुनाव से 24 साल बाद गांधी परिवार के बाहर कोई नेता देश की सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष चुना जाएगा. कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि करीब 96 प्रतिशत मतदान हुआ, हालांकि पूरे आंकड़े आने के बाद इसमें कुछ बदलाव हो सकता है.

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