Congress New Office: कांग्रेस पार्टी को दिल्ली में उसका नया दफ्तर मिल गया है. कांग्रेस पार्टी का अब नया दफ्तर 9, कोटला रोड पर होगा. कांग्रेस का पिछले 47 वर्षों से अकबर रोड पर दफ्तर था. कांग्रेस के नए ऑफिस के उद्घाटन समारोह में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी , प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के कई बड़े नेता कार्यक्रम में शामिल हुए. कांग्रेस के नए दफ्तर का नाम इंदिरा भवन रखा गया है. बात दें कि इस कार्यक्रम में भाग लेने पार्टी के कई बड़े नेता देशभर से आज दिल्ली पहुंचे हैं.
कई ऐतिहासिक नतीजों का गवाह रहा है 24 अकबर रोड कार्यालय
कांग्रेस के पुराने दफ्तर 24 अकबर रोड का पुराना इतिहास रहा है. आजादी से पहले वायसराय लॉर्ड लिनलिथगो की कार्यकारी परिसदाद के सदस्य यही रहते थे. 1960 के समय नोबेल शांति पुरस्कार की विजेता आंग सान सू का बचपन भी इसी जगह बीता था. कांग्रेस पार्टी का इतिहास उतार-चढ़ाव से भरा हुआ रहा है, लेकिन 1978 में 24 अकबर रोड को कांग्रेस का मुख्यालय बनाए जाने के बाद पार्टी ने एक नया मोड़ लिया। उस समय कांग्रेस विपक्ष में थी और इंदिरा गांधी तथा उनके पुत्र संजय गांधी सरकारी एजेंसियों के रडार पर थे. 1975 में इमरजेंसी (आपातकाल) लगाने के कारण पार्टी की स्थिति कमजोर हो गई थी और उसकी वापसी की राह आसान नहीं लग रही थी.
हालांकि, महज दो साल बाद, 1980 में कांग्रेस ने अपने आपको फिर से सत्ता में स्थापित किया। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में पार्टी ने लोकसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल की और इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में फिर से पदासीन किया गया। इसके बाद, 1984 में इंदिरा गांधी के निधन के बाद उनके पुत्र राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली.कांग्रेस ने 24 अकबर रोड के मुख्यालय से लगभग 26 साल तक भारतीय राजनीति में प्रभावशाली भूमिका निभाई, जिसमें चंद्रशेखर, देवेगौड़ा और गुजराल जैसे नेताओं का दो साल का कार्यकाल भी शामिल है। इस दौरान कांग्रेस पार्टी ने देश की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया और अपनी पकड़ बनाए रखी.
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