22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

खुशखबरी, देश में इस दिन से शुरू होगी वैक्सीनेशन, जानें लोगों तक कैसे पहुंचेगी, समझें सरकार का पूरा प्‍लान

Corona Vaccine, corona vaccination start in the country, How vaccine reach the people, vaccination program in india कोरोना वैक्‍सीन पर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने आज लोगों को बड़ी खुशखबरी दी है. बताया कि 13-14 जनवरी से देश में कोरोना का टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा. इसके साथ ही स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने यह भी बता दिया है कि लोगों तक वैक्‍सीन कैसे पहुंचाया जाएगा.

कोरोना वैक्‍सीन पर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने आज लोगों को बड़ी खुशखबरी दी है. बताया कि 13-14 जनवरी से देश में कोरोना का टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा. इसके साथ ही स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने यह भी बता दिया है कि लोगों तक वैक्‍सीन कैसे पहुंचाया जाएगा.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बताया कि टीके के आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के दस दिनों के भीतर कोरोना टीके को उपलब्ध कराने के लिए तैयार है, लेकिन अंतिम फैसला सरकार द्वारा लिया जायेगा. उन्होंने कहा, पूर्वाभ्यास के ‘फीडबैक’ के आधार पर स्वास्थ्य मंत्रालय आपात इस्तेमाल की मंजूरी के 10 दिनों के भीतर कोरोना टीके को पेश करने के लिए तैयार है.

मालूम हो भारत के औषधि नियामक ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड कोरोना टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ को सीमित आपात इस्तेमाल की मंजूरी 3 जनवरी को दे दी थी.

Also Read: New Strain : कोरोना के नये स्‍ट्रेन का कहर, ब्रिटिश PM बोरिस जॉनसन का भारत दौरा रद्द, गणतंत्र दिवस में नहीं होंगे शामिल

हेल्थ वर्कर्स और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स को रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं

केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि हेल्थ वर्कर्स और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन के लिए Co-WIN पर रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी. क्योंकि उनका डाटा बड़े पैमाने पर Co-WIN टीका वितरण प्रबंधन प्रणाली में डाला हुआ है. उन्‍होंने बताया, अन्य आबादी को रजिस्ट्रेशन की जरूरत होगी.

लोगों को तक कैसे पहुंचेगा टीका

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने लोगों तक कोरोना का टीका कैसे पहुंचेगा, इस सवाल का जवाब देते हुए बताया, करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में GMSD के 4 4 बड़े डिपो हैं, जहां निर्माता वैक्सीन पहुंचाते हैं. उसके बाद वहां से स्टेट वैक्सीन स्टोर तक इसे पहुंचाया जाता है, जो देश में अभी 37 हैं. यहां से वैक्सीन रेफ्रिजरेटेड वाहन या अन्य साधनों के माध्यम से जिलों और फिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाई जाती है.

Co-WIN भारत और दुनिया के लिए बनाई गई

केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि Co-WIN यानी ‘कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क प्रणाली’ भारत और दुनिया के लिए बनाई गई है, और जो भी देश इसका उपयोग करना चाहता है, भारत सरकार सक्रिय रूप से मदद करेगी. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने कहा कि एक उम्मीद का माहौल भारत में महामारी की स्थिति के साथ उभर रहा है और सक्रिय मामलों और मौत के नये मामलों में गिरावट से स्थिति में लगातार सुधार आ रहा है. पॉल ने कहा, उम्मीद है कि यह प्रवृति जारी रहेगी.

वैक्‍सीन को मंजूरी दिये जाने पर क्‍या कहा डीसीजीआई ने ?

भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा दो टीकों के सीमित आपात इस्तेमाल की मंजूरी पर पॉल ने दोहराया कि इसे मंजूरी देने में सभी आवश्यक वैज्ञानिक और वैधानिक आवश्यकताओं को पूरा किया गया है और नियामक मानदंडों का पालन किया गया है.

Posted By – Arbind kumar mishra

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें