देश में कोरोना की स्थिति पर नियंत्रण के लिए सरकार कोशिश कर रही है. इस बीच देश में कोरोना का कहर लगातार जारी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 2,553 नये केस सामने आये हैं. इसके साथ ही देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 42,533 हो गयी है.
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स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया, देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है. पिछले 24 घंटे में 1,074 मरीज ठीक हुए हैं. देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़कर 11,706 हो गई है जो 27.5 फीसदी है.
देश के लिए हर एक मौत चिंता का विषय है हमें आपसी समझ से स्थिति को बेहतर करना होगा. ऐसी महामारी में यह देखा गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ठीक से नहीं किया जाये तो यह बढ़ सकता है. हमें समझना होगा कि हम अपनी जिम्मेदारी को समझेंगे. हमें भीड़ से बचना होगा.
गृहमंत्रालय
नयी नियमों के लागू होने के बाद ग्रीन जोन में वैसे जगहों पर रोक है जहां भीड़ जमा हो सकती है. सुबह सात बजे से शाम 7 बजे तक कई इलाकों में प्रतिबंध रहेगा. रेड और ग्रीन जोन में भी कई तरह की रोक है जिसमें प्रतिबंधित इलाकों में रोक है. अंतर-राज्यीय कार्गो के आवामगन में कोई समस्या नहीं हो इसके लिए कंट्रोल रूम नंबर 1930 और नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया हेल्पलाइन नंबर 1033 का उपयोग ड्राइवरों और ट्रांसपोर्टरों द्वारा लॉकडाउन से संबंधित किसी भी शिकायत को दर्ज करने के लिए किया जा सकता है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमएआर) कोरोना वायरस के परीक्षण से जुड़े सटीक आंकड़े तेजी से हासिल करने के लिए आईबीएम की ‘वाटसन असिस्टेंट’ सेवा उपयोग कर रही है. यह आईबीएम की एक कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस-एआई) पर आधारित सेवा है. वाटसन असिस्टेंट एक वर्चुअल चैट सहायक सेवा है. यह आईसीएमआर के अंतिम दिशानिर्देशों के आधार पर जवाब देता है. साथ ही कोरोना वायरस का परीक्षण करने, परीक्षण के लिए नमूने जुटाने, जांच करने और डाटा को दर्ज करने से जुड़े आईसीएमआर के पुराने दिशानिर्देशों का वर्गीकरण भी करता जाता है.
आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि वायरस फैलने की वृद्धि दर को कम रखते हुए कोरोना वायरस के मरीजों का परीक्षण, पहचान और इलाज करना अहम है. उन्होंने कहा कि देशभर में जमीनी स्तर पर कोरोना वायरस का परीक्षण करने वाली टीमों को फैलाने के साथ ही आईबीएम के साथ साझेदारी से स्थानीय स्तर से सीधे और सटीक जानकारी आ सकेगी.
इससे प्रणाली को स्वचालित तरीके से आंकड़ों को अद्यतन करने में मदद मिलेगी. भार्गव ने कहा कि यह हमारी जांच टीमों को समय पर प्रविष्टियां भेजने और उनके जांच को विकसित करने, दिशानिर्देशों को नवीनीकृत करते रहने जैसे मुख्य काम को प्राथमिकता देने में मदद करेगा.