देश में कोविड-19 की स्थिति से 26 प्रतिशत वृद्ध लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ा जिन्होंने इस महामारी को चिंता का कारण बताया और 24.95 प्रतिशत लोगों ने कहा कि महामारी से उन्हें मनोवैज्ञानिक समस्याओं का सामना करना पड़ा.
गैर सरकारी संगठन ‘एजवेल फाउंडेशन’ द्वारा किए गए एक नए अध्ययन में यह जानकारी सामने आई. इसके लिए संगठन ने 27 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में 10 हजार वरिष्ठ नागरिकों से बातचीत की .
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सर्वेक्षण के दौरान, बुजुर्गों की जरूरतों में बदलाव को चिह्नित करने के साथ उन पर महामारी के प्रभाव का अध्ययन किया गया. अध्ययन में सामने आया कि महामारी ने न केवल वयोवृद्ध लोगों के स्वास्थ्य बल्कि उनके सामाजिक जीवन, मनोविज्ञान और वित्तीय स्थिति को भी प्रभावित किया.
सर्वेक्षण में भाग लेने वाले लगभग 29.5 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कोविड-19 और इसके कारण लगाए गए लॉकडाउन ने उनके सामाजिक जीवन को प्रभावित किया और यह महामारी को लेकर उनकी चिंता का मुख्य कारण था.
अध्ययन के अनुसार, लगभग 26 प्रतिशत बुजुर्गों ने कहा कि कोविड-19 ने उनके स्वास्थ्य पर असर डाला और इनमें से अधिकतर लोगों ने इसे चिंता का मुख्य कारण बताया. वहीं, 24.95 बुजुर्गों के अनुसार, महामारी के कारण मनोवैज्ञानिक समस्याएं उत्पन्न हुईं जो कि उनकी चिंता का मुख्य कारण था.