कोरोनावायरस के खिलाफ जारी जंग के बीच वर्ल्ड बैंक ने भारत को बड़ी मदद दी है. केंद्र सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों के लिए वर्ल्ड बैंक ने एक अरब डॉलर (करीब 7500 करोड़ रुपये) के सामाजिक सुरक्षा पैकेज का ऐलान किया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, विश्व बैंक के एक बिलियन डॉलर सामाजिक सुरक्षा पैकेज पर वर्ल्ड बैंक के इंडिया हेड जुनैद अहमद ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली, जन धन, आधार और मोबाइल के मौजूदा बुनियादी ढांचे का यह गुल्लक है. उन्होंने बताया कि वर्ल्ड बैंक तीन क्षेत्रों में भारत सरकार के साथ भागीदारी करेगा – स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम. भारत के सामाजिक सुरक्षा को प्रवासियों, असंगठित श्रमिकों, पोर्टेबिलिटी और सिस्टम के एकीकरण का निर्माण करने के लिए प्रेरित किया जाता है.
World Bank announces USD 1 billion social protection package for India linked to Govt of India programmes. pic.twitter.com/a1YpTpAt1O
— ANI (@ANI) May 15, 2020
बता दें, वर्ल्ड बैंक ने पहले ही 25 विकासशील देशों को पैकेज देने का प्रस्ताव किया था. जुनैद कमाल अहमद ने शुक्रवार को कहा, ‘सामाजिक सुरक्षा के लिए वर्ल्ड बैंक की अरबों डॉलर की सहायता भारत को पीएम गरीब कल्याण योजना का लाभ उठाने में मदद करेगी. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पीएम का आत्मानिर्भर मिशन दिशाओं के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है और भारत कोविड -19 के बाद के जीवन और आजीविका के बीच अंतर नहीं कर रहा है.
वर्ल्ड बैंक ने कहा कि इससे भारत अपनी सभी 400-प्लस सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को प्रौद्योगिकी के स्तर पर एकीकृत करने में सक्षम होगा. इससे पहले एशियन डेवलेपमेंट बैंक (ADB) ने कोरोना से मदद के लिए भारत को 1.5 अरब डॉलर का पैकेज देने का ऐलान किया था. न्यू डेवलपमेंट बैंक भी भारत को एक अरब डॉलर की आपातकालीन सहायता राशि देने का ऐलान कर चुका है. गौरतलब है कि भारत सरकार कोरोना पर नियंत्रण के साथ साथ लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से हटाने के लिए प्रयास कर रही है. सरकार की कोशिश अर्थव्यवस्था को गति देने की है. वर्ल्ड बैंक की ओर से मिली राशि इस दिशा में मदद करेगी. मोदी सरकार ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक राहत पैकेज का ऐलान किया है.
India's social protection is pivoted towards migrants, unorganised workers, portability & creating an integration of system. It piggybacks on an existing infrastructure of Public distribution system, Jan Dhan, Aadhar & mobile: Junaid Ahmad, World Bank Country Director for India pic.twitter.com/OsnkfvQNAW
— ANI (@ANI) May 15, 2020
देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अबतक 81970 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 51,401 एक्टिव केस हैं यानि कि ये लोग अभी कोरोना संक्रमित हैं और इनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं 2649 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 27,920 लोग ठीक भी हुए हैं.
बीबीसी के मुताबिक, कोरोना वायरस महामारी के दौरान धीमी हुई आर्थिक गतिविधियों की रफ़्तार से वैश्विक अर्थव्यवस्था को 5.8 ट्रिलियन से लेकर 8.8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक का नुकसान हो सकता है. एशियन डिवेलपमेंट बैंक (एडीबी) का यह ताजा अनुमान है जिसके अनुसार नुकसान की ये जो कीमत बताई गई है, वो दुनिया के आर्थिक उत्पादन के 6.4% से 9.7% के बराबर है. पिछले महीने एडीबी ने जो भविष्यवाणी की थी, यह उससे दोगुना से अधिक है. बैंक ने यह अनुमान इस आधार पर लगाया है कि महामारी की वजह से दुनिया भर के बाजार अभी छह महीने और प्रभावित रहेंगे.