देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 44376 नये मामले सामने आये हैं. देश में बढ़ते कोरोना संकट के बीच अब वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) की चर्चा तेज हो गयी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ इसको लेकर बैठक भी की. बैठक में वैक्सीन के वितरण को लेकर भी योजना तैयार की गयी.
कोरोना वैक्सीन के उत्पादन की संभावना को देखते हुए देश में प्राथमिकता के आधार पर इसे लगाने की तैयारी चल रही है. फिलहाल कोरोना के पांच वैक्सीन ने उम्मीद जगायी है और उसी को ध्यान में रखकर इसके वितरण की तैयारी को लेकर बैठक भी की गयी.
पहले किसे दिया जाएगा कोरोना का टीका
देश में कोरोना वैक्सीन सबसे पहले 1 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को दिया जाएगा. इसके लिए 92 प्रतिशत सरकारी स्वास्थ्यकर्मियों और 55 प्रतिशत निजी अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों की सूची तैयार कर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेज दिया गया है. केंद्र सरकार ने राज्यों को फ्रंटलाइन स्वास्थ्यकर्मियों की पहचान करने का आदेश दिया है.
सरकार ने टीकाकरण के लिए बनायी चार श्रेणियां
सरकार ने कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए चार श्रेणियां बनायी है. पहले श्रेणी में 1 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा. इसमें डॉक्टर, नर्स, एमबीबीएस छात्र, आशाकर्मियों और अन्य लोगों को दिया जाएगा.
दूसरी श्रेणी में नगर निकाय के कर्मचारियों को, पुलिसकर्मियों को, अर्धसैनिक बलों के जवानों को लगाया जाएगा. तीसरी श्रेणी में 50 साल से अधिक उम्र के करीब 26 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा. चौथी श्रेणी में गंभीर रूप से बीमार 50 साल से कम उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाया जाएगा.
एसएमएस के जरिये लोगों को बताया जाएगा कब लगेगा कोरोना का टीका
कोरोना का टीका कब लगेगा इसकी जानकारी एसएमएस के जरिये बताया जाएगा. एसएमएस के जरिये जगह, तारीख और समय बताया जाएगा.
आधार से होगा लिंक
वैक्सीन सही से लोगों को लगे और उसके दुहराव को रोका जा सके इसको लेकर भी सरकार की ओर से तैयारी कर ली गयी है. इसके लिए लोगों की तैयार की गयी सूची को आधार से जोड़ा जाएगा. अगर जिसके पास आधार नहीं होगा, तो उसे कोई और पहचान पत्र देना होगा.
ऐसे लोगों तक पहुंचेगी वैक्सीन
लोगों तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने के लिए भी तैयारी कर ली गयी है. इसका वितरण इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क से होगा. लाभार्थियों के डेटा को इससे जोड़ा जाएगा. इस नेटवर्क से वैक्सीन का स्टॉक, फ्लो, कोल्ड स्टोरेज पर वास्तविक जानकारी मिल जाती है.
डाक विभाग की भी ली जाएगी मदद
कोरोना वैक्सीन के वितरण में डाक विभाग की भी मदद ली जाएगी और इसके लिए डाक विभाग को तैयार रहने के लिए बोला गया है. इसके अलावा जरूरत पड़ी तो निजी कंपियों की भी इसमें मदद ली जा सकती है.