डब्ल्यूएचओ ने कोविड- 19 वायरस को एक वैश्विक महामारी घोषित किया है.189 से ज्यादा देशों में कोरोना वायरस का कहर है लेकिन कुछ ऐसे भी देश हैं जहां अभी तक यह संक्रमण नहीं पहुंचा है. कई ऐसे देश हैं जहां इसके मामले बहुत कम है. एक वेबसाइट द्वारा जारी किये गये आंकड़े के अनुसार, विश्व के कुछ देशों में अभी तक कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है.
संयुक्त राष्ट्र द्वारा 197 देशों को मान्यता दी गयी है जिनमें से 189 देश ऐसे हैं, जहां कोरोना के मामले सामने आये हैं. ऐसे देश जहां लोगों का विदेशों से आवागमन अधिक है, वहां कोरोना के अधिक मामले सामने आये हैं.
कई ऐसे देश भी हैं जहां अभी तक कोरोना के बहुत कम मामले सामने आये हैं. तिमोर-लेस्टे, अंगीला, बोट्सवाना, निकारगुआ, फिजी और गाम्बिया ऐसे देश हैं जहां कोरोना के मरीजों की संख्या अभी भी दस से कम है. भारत के पड़ोसी देशों में भूटान और नेपाल में भी अभी तक कोरोना के पांच-पांच मामले ही सामने आये हैं.
दुनिया में जो देश इस वायरस के संक्रमण से बचे हुए हैं, उनके बचने के प्रमुख कारण उनकी भौगौलिकं स्थिति है. इनमें से ज्यादातर वैश्विक रूप से और देशों से अलग-थलग हैं. एक और मुख्य कारण है कि इनमें से अधिकतर देश क्षेत्रफल में काफी छोटे हैं और यहां जनसंख्या भी बहुत कम है.
पलाउ, तुवालू, सैंट विंसेंट एंड ग्रेनाडिनीज, वानुआतु, सामोआ, सोलोमन आइलैंड कुछ ऐसे देश हैं जहां तक कोरोना संक्रमण अभी तक नहीं पहुंचा है. अफ्रीका महाद्वीप में भी कोरोना के मामले बहुत कम मामले सामने आये हैं. अफ्रीका महाद्वीप के कई देशों जैसे- सूडान और अंगोला आदि ने डब्ल्यूएचओ द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित करने के बाद ही अपनी सीमाओं को सील कर दिया था तथा सभी व्यावसायिक उड़ानों पर रोक लगा दी थी.
हवाई यात्राओं के साथ-साथ जमीनी और समुद्री सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया गया था. यह एहतियाती कदम इसलिए उठाये गये क्योंकि बहुत से अफ़्रीकी देशों में स्वास्थ्य सुविधाएं इतनी बेहतर नहीं हैं कि वे इस महामारी का मुकाबला कर पायें. अत: इस महामारी से बचने के लिए अपनी सीमाओं को सील कर देना ही उचित है.