देश में कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ‘जेएन.1’ के नये मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अबतक नये वैरिएंट के 63 मामले सामने आए हैं. जिनमें से 34 मामले गोवा में पाए गए. नये वैरिएंट की वजह से कर्नाटक में तीन लोगों की मौत भी हो चुकी है.
देश के इन राज्यों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के नये वैरिएंट के मामले
देश के कुछ राज्यों में कोरोना वायरस के नये वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. जिसमें गोवा में 34, महाराष्ट्र से नौ, कर्नाटक से आठ, केरल से छह, तमिलनाडु से चार और तेलंगाना में दो मामले सामने आए हैं.
केरल में कोरोना विस्फोट
कोरोना के नये वैरिएंट की वजह से केरल में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. रविवार को केरल में कोविड-19 के 128 नए मामले सामने आए थे. जबकि कोरोना की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सोमवार सुबह तक केरल में 128 नए मामले आए हैं और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,128 हो गई है.
Also Read: पूर्वी सिंहभूम : कोरोना वायरस के नये वेरिएंट जेएन-1 को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
देश में कोरोना के एक दिन में 628 नये मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 628 नए मामले सामने आए हैं. जिससे उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 4,054 हो गई है.
तेजी से बढ़ फैल रहा कोरोना
देश में तेजी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. एक दिन में तीन गुना नये मामले सामने आए हैं. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने कहा था कि भारत में वैज्ञानिक समुदाय कोरोना वायरस के नए उप-स्वरूप की बारीकी से पड़ताल कर रहा है और राज्यों को परीक्षण बढ़ाने तथा अपनी निगरानी प्रणालियों को मजबूत करने की आवश्यकता है.
92 प्रतिशत लोग घर में हो रहे ठीक
अधिकारियों ने बताया कि भले ही मामलों की संख्या बढ़ रही है और देश में ‘जेएन.1’ उप-स्वरूप का पता चला है, लेकिन तत्काल चिंता का कोई कारण नहीं है क्योंकि संक्रमित लोगों में से 92 प्रतिशत लोग घर में रहकर ही उपचार का विकल्प चुन रहे हैं, जिससे पता चलता है कि नए उप-स्वरूप के लक्षण हल्के हैं.
क्या है कोरोना का नया वैरिएंट जेएन.1
कोरोना वायरस का जेएन.1 (बीए.2.86.1.1) वैरिएंट अगस्त में लक्जमबर्ग में सामने आया. यह ओमिक्रॉन सार्स कोव-2 के बीए.2.86 (पिरोला) का वंशानुगत घटक है. 2022 में ओमिक्रॉन की वजह से ही देश में कोरोना विस्फोट हुआ था.
नये वैरिएंट के लक्ष्ण
नाक बहना, बुखार और खांसी होना, सिरदर्द, गले में खराश, उल्टी, दस्त, ठंड लगना. इससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है.