कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए भारतीय सेना ‘ऑपरेशन नमस्ते’ की शुरुआत करने जा रही है. सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने खुद इसका ऐलान किया है. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि महामारी के खिलाफ लड़ने के लिए सेना की जिम्मेदारी है कि वह सरकार की मदद करे. देश में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सेना ने कुल आठ क्वारंटाइन केंद्रों को स्थापित किया है. नरवणे ने लाइन ऑफ कंट्रोल या लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर तैनात सैनिकों से अपने करीबी और प्रियजनों के बारे में चिंता न करने और छुट्टियों को रद्द करने को कहा है. उन्होंने कहा कि इसी तरह के हालात ऑपरेशन पराक्रम के दौरान भी देखे गए थे लेकिन तब भी सफलता ही मिली थी.ऑपरेशन नमस्ते को भी सफलता मिलेगी.
Army has successfully come out of all operations in the past, and will successfully execute Operation Namaste as well: Army Chief General MM Naravane on preparations by his force against #COVID19 pic.twitter.com/GnB99XcYrO
— ANI (@ANI) March 27, 2020
सेना प्रमुख ने कहा, कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में हमारी जिम्मेदारी है हम सरकार और जनता की मदद करें. बतौर आर्मी चीफ यह मेरी प्राथमिकता है कि मैं अपने सैनिकों को सुरक्षित और फिट रखूं. हम अपने कर्तव्यों में तभी सेवा कर सकते हैं जब हम खुद सुरक्षित हों.इसको ध्यान में रखते हुए हमने बीते कुछ सप्ताह में दो-तीन एडवाइजरी जारी की है जिन्हें जरूर फॉलो करना है. भारतीय सेना ने इसे ऑपरेशन नमस्ते नाम दिया है.आर्मी चीफ ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि हम अपने ऑपरेशन नमस्ते में सफल होंगे. हमने कमांड वार हेल्पलाइन की स्थापना की है, जिससे कोई मददइसके लिए सेना के साउर्थन कमांड, ईस्टर्न कमांड, वेस्टर्न कमांड, सेंट्रल कमांड, नॉदर्न कमांड, साउथ वेस्टर्न कमांड और दिल्ली हेडक्वॉर्टर में कोरोना हेल्प लाइन सेंटर्स बनाए गए हैं. इसके जरिए कोरोना वायरस की चपेट में आए लोगों की मदद की जाएगी.
साथ ही, आम नागरिकों को इस संकट से जुड़ी जानकारियां भी दी जाएंगी. सेना प्रमुख के मुताबिक भारतीय सेना की आंतरिक खूबी है कि हम अपने सांगठनिक ढांचे और ट्रेनिंग की बदौलत तरह-तरह की आपातकालीन परिस्थितियों से उबल जाते हैं. हम कोविड-19 से निपटने में भी अपनी इसी क्षमता का इस्तेमाल करेंगे.उन्होंने आगे कहा कि परिचालन कारणों से भारतीय सेना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर सकती. इसलिए, देश की रक्षा के लिए हमें खुद को सुरक्षित और फिट रखना बेहद महत्वपूर्ण है. जवानों को आश्वासन देते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि आप अपने करीबी लोगों की चिंता न करें क्योंकि सेना उनकी अच्छी देखभाल कर रही है.