विदेश में पढ़ाई करने की चाहत रखने वाले छात्र और विदेशों में पढ़ने वाले छात्र इन दिनों कोविशील्ड वैक्सीन लेने के लिए लाइन लगा रहे हैं. सभी छात्र सिर्फ सीरम इंस्टच्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन ही लेना चाह रहे हैं. क्योंकि यह एक मात्र भारत निर्मित वैक्सीन है जिसे विदेशों में मान्यता मिली है. हालांकि इस वैक्सीन को लेने के लिए केंद्र द्वारा जारी किये गये कोविन एप में रजिस्टर करने के लिए काफी समस्याएं आ रही हैं.
छात्रों को लिए समस्या है की जल्द ही उनके एकेडमिक वर्ष की शुरूआत होने वाली है ऐसे में उन्हें जल्द से जल्द वैक्सीन लेने की जरूरत है. जानकारी के अनुसार अगस्त सितंबर में विदशों के विश्वविद्यालयों में नये सत्र की शुरूआत हो जाएगी.
फ्री प्रेस जर्नल के मुताबिक कनाडा में मास्टर डिग्री की पढ़ाई करने वाले छात्र नुमान सिद्दीकी ने बताया कि उन्हें सितंबर तक कनाडा पहुंच जाना है क्योंकि अक्टूबर से वहां के शैक्षणिक सत्र की शुरूआत हो जाएगी. कनाडा सरकार के अधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक कोविशील्ड को कनाडा के सरकार से मान्यता मिली हुई है. जबकि कोवैक्सीन के अप्रूवल को लेकर किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गयी है. इसलिए नुमान सिद्दीकी कोविशील्ड वैक्सीन लेना चाहते हैं.
सिद्दीकी ने आगे बताया कि वो कोविशील्ड वैक्सीन लेने के लिए लागातार पिछले सात दिनों से स्लॉट बुक कर रहे हैं पर नहीं हो पा रहा है. वैक्सीन उपल्बध नहीं है ऐसी जानकारी सामने आ रही है. जबकि कोविशील्ड लेने के लिए तय मात्रा में ही स्लॉट जारी किये जाते हैं. जबतक नुमान ओटीपी का इंतजार करते हैं तब तक सभी स्लॉट बुक हो जाते हैं.
आयरलैंड के सरकारी वेबसाइट के मुताबिक जो भी भारतीय छात्र वैक्सीन के दोनों डोज लेकर पढ़ाई करने के लिए जाते हैं उन्हें होटल में कोरेंटिन नहीं रहना पड़ेगा, उन्हें इसकी छूट दी जायेगी, पर उन्हें घर ही कोरेंटिन का समय पूरा करना होगा.
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आयरलैंड में पढ़ने वाली कारा रिबेलो ने बताया कि अगर वो कोवैक्सीन की डोज लेकर आयरलैंड जाती है तो उन्हें 12 दिनों तक कोरेंटिन अवधि को पूरा करने के लिए होटल में रहना पड़ेगा इसके लिए उन्हें 1.70 लाख रुपये देने होंगे. यही कारण है कि वो कोविशील्ड लेना चाहती है.
Posted By: Pawan Singh