Cyclone Asna: मौसम विभाग के अनुसार अवदाब के अगले 24 घंटे में दक्षिण ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ से होते हुए पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने तथा कमजोर होकर एक कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है. मौसम विभाग ने रेट अलर्ट जारी किया है. आंध्र प्रदेश में कई स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है. वहीं कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की भी संभावना है. श्रीकाकुलम, विजयनगरम, पार्वतीपुरम मन्यम, अल्लूरी सीताराम राजू, काकीनाडा और नांदयाल जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है. जबकि विशाखापट्टनम, अनकापल्ली, कोनासीमा, पूर्वी गोदावरी, पश्चिमी गोदावरी और अन्य जिलों के साथ-साथ रायलसीमा क्षेत्र के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है.
Cyclone Asna: पीएम मोदी ने सीएम चंद्रबाबू नायडू से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ प्रभावित आंध्र प्रदेश को लेकर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने राज्य में बाढ़ की स्थिति के बारे में वहां के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से फोन पर बात की और जानकारी ली. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्री से बात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
Cyclone Asna: चक्रवात की क्या है स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तटों पर बना अवदाब, जो पिछले दो दिनों से भारी बारिश का कारण बन रहा है, रविवार की सुबह कलिंगपट्टनम के पास दक्षिणी राज्य के तट को पार करने के लिए उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया.
आंध्र प्रदेश में भारी बारिश के कारण 294 गांवों से 13,227 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वंगलापुड़ी अनिता ने रविवार को बताया कि राज्य में पिछले दो दिनों में मूसलाधार बारिश के कारण पांच जिलों के 294 गांवों से 13,227 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. बारिश से प्रभावित इलाकों से निकाले गए लोगों के लिए एनटीआर, कृष्णा, बापटला, गुंटूर और पालनाडु जिलों में 100 राहत एवं पुनर्वास केंद्र बनाए गए हैं. साथ ही 61 चिकित्सा शिविरों की भी व्यवस्था की गई है.
विजयवाड़ा में बाढ़ जैसे हालात, मुख्यमंत्री ने इलाकों का दौरा किया
भारी बारिश से विजयवाड़ा में बाढ़ की स्थिति खराब होती जा रही है. कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. इस बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. दौरा करने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, बुदमेरु नहर का पानी इस क्षेत्र में फैल गया है, जिससे बहुत बड़ी समस्या पैदा हो गई है. हजारों लोग अपने घरों और छतों पर फंसे हुए हैं. मैं हर घंटे स्थिति पर नजर रखूंगा और प्रयासों की निगरानी के लिए यहां रहूंगा. यह आपदा प्राकृतिक कारणों और बुडामेरू नहर के प्रति पिछली सरकार की उपेक्षा का परिणाम है. सभी बचाव दल जुटाए जा रहे हैं और सरकार सहायता के लिए हर संभव प्रयास करेगी. नावों के जरिए लोगों तक खाद्य और जरूरी सामान पहुंचाया जाएगा. हम चिकित्सा सहायता की जरूरत वाले लोगों को निकालने के लिए नावों का भी इस्तेमाल करेंगे. लोगों को हेल्पलाइन नंबर दिए जाएंगे और मैं पूरे ऑपरेशन की निगरानी करूंगा. हम और नावों का इंतजाम करेंगे और NDRF की अतिरिक्त टीमें लाएंगे.