Defence: भारतीय सेना को सशक्त बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुए रक्षा अधिग्रहण परिषद(डीएसी) में लगभग 1.45 लाख करोड़ रुपये के 10 प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी. इसके तहत टैंक बेड़े के आधुनिकीकरण के लिए फ्यूचर रेडी कॉम्बैट व्हीकल्स (एफआरसीवी), एयर डिफेंस फायर कंट्रोल रडार, भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) की क्षमताओं को बेहतर करने के लिए तीन प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी. एफआरसीवी बेहतर गतिशीलता, सभी इलाकों में पहुंच सकने की क्षमता, बहुस्तरीय सुरक्षा, वास्तविक समय में स्थिति के अनुसार घातक एवं सटीक फायर करने की क्षमता से लैस भविष्य का एक मुख्य युद्धक टैंक होगा. एयर डिफेंस फायर कंट्रोल रडार हवाई लक्ष्य का पता लगाने, निगरानी और फायरिंग संबंधी मदद मुहैया कराएगा. साथ ही फॉरवर्ड रिपेयर टीम (ट्रैक्ड) के लिए भी मंजूरी दी गयी है और इसे आर्मर्ड व्हीकल्स निगम लिमिटेड द्वारा डिजाइन एवं विकसित किया गया है और मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री बटालियन तथा आर्मर्ड रेजिमेंट दोनों के लिए है.
समुद्री क्षेत्र में बढ़ेगी ताकत
इसके साथ ही भारतीय तटरक्षक बल की क्षमता को बढ़ाने के लिए तीन नए प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी. इसमें डोर्नियर-228 विमान जो खराब मौसम में भी काम कर सकता है. इसके अलावा अगली पीढ़ी के तेजी से चलने वाले गश्ती जहाज के खरीद की खरीद होगी. इनकी खरीद से निगरानी, समुद्री क्षेत्र की गश्त, खोज, बचाव और आपदा राहत अभियान चलाने में मदद मिलेगी. बैठक के अंत में रक्षा मंत्री ने भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) के दिवंगत महानिदेशक राकेश पाल के प्रति सम्मान प्रकट किया. 18 अगस्त, 2024 को चेन्नई में दिल का दौरा पड़ने से पाल का निधन हो गया था. आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) की कुल लागत का 99 फीसदी खरीद स्वदेशी उपकरणों की होगी.
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