Defense: मौजूदा वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक समुदाय को एकजुट होना होगा. वैश्विक स्तर पर कई तरह के संकट हैं और इस खतरे से निपटने के लिए सभी देशों को साथ आना होगा. एयरो इंडिया 2025 के लिए विभिन्न देशों के राजदूतों और उच्चायुक्त की बैठक को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि वैश्विक शांति और सभी देशों के विकास के लिए भू-राजनीतिक टकराव को खत्म करना होगा. मौजूदा समय में एक समान सोच रखने वाले देशों को शांति और विकास के लिए मिलकर काम करना होगा. बिना शांति के भावी पीढ़ी आर्थिक विकास और तकनीकी खोज का फायदा नहीं उठा पाएंगे.
ग्लोबल साउथ के एक सशक्त आवाज बनकर भारत उभरा है और भारत सभी देशों के विकास का पक्षधर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मान, संवाद, सहयोग, शांति और सशक्तिकरण के मंत्र के जरिये वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की बात कहते रहे हैं. मौजूदा भू-राजनीतिक स्थिति में समान सोच वाले देशों के बीच आपसी सहयोग का होना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि जी-20 का थीम वसुधैव कुटुंबकम, वन अर्थ वन नेशन पर था.
एयरो इंडिया 2025 के कार्यक्रम की दी गयी जानकारी
राजदूतों और उच्चायुक्त की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेंगलुरु में होने वाले एयरो शो कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी. भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए कई कदम उठाया है. हाल के वर्षों में देश में सशक्त रक्षा इकोसिस्टम विकसित करने के लिए कई व्यापक कदम उठाए हैं. इस कड़ी में एयरो स्पेस और रक्षा क्षेत्र में कई स्वदेशी उपकरणों का विकास किया गया है. एयरो शो में रक्षा क्षेत्र में विदेशी सहयोग बढ़ाने पर मंथन करने के साथ सहयोग की संभावनाओं पर समझौता होने की संभावना है.
इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख दिनेश त्रिपाठी, वायु सेना प्रमुख एपी सिंह, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह के अलावा वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. एयरो शो का 15 वां कार्यक्रम फरवरी 10-14 को बेंगलुरु में किया जायेगा. इस कार्यक्रम में दुनिया के प्रमुख रक्षा क्षेत्र की कंपनियां शामिल होगी. इस दौरान कई समझौता होने की उम्मीद है. दुनिया की कई रक्षा कंपनियां भारत में निवेश करने को इच्छुक है. कई विदेशी कंपनियों ने भारतीय कंपनियों के साथ संयुक्त उपक्रम स्थापित किया है.