Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस आक्रामक होती दिख रही है. कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन के केजरीवाल को फर्जीवाल और देशद्रोही कहने के बाद उनकी प्रेस कांफ्रेंस रद्द होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मजबूती से चुनाव नहीं लड़ेगी. इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के आम आदमी पार्टी को समर्थन देने के फैसले को भी कांग्रेस पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा गया. लेकिन कांग्रेस ने सहयोगी दलों के दबाव को दरकिनार कर दिल्ली चुनाव को मजबूती से लड़ने का संकेत दे दिया है. सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में रैली को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह झूठे वादे करने का आरोप लगाया.
साथ ही जातिगत जनगणना पर आप की चुप्पी पर भी सवाल उठाया. राहुल गांधी के बयान पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वे कांग्रेस बचाने की कोशिश कर रहे है और आम आदमी पार्टी देश बचाने का प्रयास कर रही है. मंगलवार को राहुल गांधी ने एक बार फिर वीडियो जारी कर दिल्ली की बदहाल स्थिति को दिखाकर आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि दिल्ली को पेरिस बना दिया गया है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी केजरीवाल के लिए अपशब्दों का प्रयोग कर भाजपा को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं.
जातिगत जनगणना के जरिये पिछड़े वर्ग को साधने की कोशिश
दिल्ली चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाकर कांग्रेस को पिछड़ा वर्ग का हितैषी होने का बड़ा दांव चला है. कांग्रेस की कोशिश दिल्ली में पिछड़ा, दलित और मुस्लिम वर्ग को साधने की है. दलित और मुस्लिम कांग्रेस का परंपरागत वोटर रहा है. लेकिन आम आदमी पार्टी के उभार के बाद कांग्रेस से इस वर्ग की दूरी बढ़ी है. कांग्रेस एक बार फिर संविधान और जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाकर इस वर्ग को साधने की कवायद में जुटी है. अरविंद केजरीवाल ने जाट आरक्षण का मुद्दा उठाकर जाति कार्ड खेलने की कोशिश की थी. राहुल गांधी ने दिल्ली चुनाव में इन मुद्दों को उठाकर आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है.
साथ ही राहुल गांधी ने चुनावी मैदान में उतरकर यह साफ संदेश देने की कोशिश की है कि कांग्रेस अपना सियासी जनाधार बढ़ाने के लिए सहयोगी दलों के दबाव में नहीं झुकेगी. राहुल गांधी की रैली के बाद कांग्रेस के स्थानीय नेता आम आदमी पार्टी के खिलाफ आक्रामक हो गए हैं. कांग्रेस की आक्रामकता से चुनाव में आप को नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है. दिल्ली कांग्रेस के स्थानीय नेता शुरू से ही आम आदमी पार्टी के साथ किसी तरह का समझौता करने के खिलाफ थे. अब कांग्रेस आलाकमान ने स्थानीय नेताओं की भावना को तरजीह यह संदेश देने की कोशिश की है कि दूसरे राज्यों में भी पार्टी सहयोगी दलों के दबाव में समझौता नहीं करेगी.