Delhi Government: दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के 17 महीने बाद जेल से बाहर निकलने पर पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह है. मनीष सिसोदिया ने भी जेल से बाहर आकर पार्टी की कमान संभाल ली है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति में मनीष पार्टी कार्यकर्ताओं से अधिकारीयों से मिल रहे हैं और आगामी राज्य विधनसभा चुनाव के लिए पार्टी को तैयार कर रहे हैं. ऐसे में इस बात की अटकलें तेज हो गई है की मनीष सिसोदिया को एक बार फिर से दिल्ली का उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.
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जानें, कहां फंस रहा पेंच
मनीष सिसोदिया को फिर से उपमुख्यमंत्री बनने के क्रम में एक व्यावहारिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल मंत्रियों को नियुक्त करने के लिए अधिकार राज्य के मुख्यमंत्री के पास होता है. पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अभी जेल में हैं इसलिए वो मनीष सिसोदिया को उपमुख्यमंत्री पद ग्रहण करने की सिफारिश अभी नहीं कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त कुछ और भी प्रक्रियाएं हैं जो दिल्ली में कैबिनेट मंत्री की नियुक्त करने के लिए अन्य राज्यों से भिन्न हैं. बता दें कि दिल्ली में मुख्यमंत्री की सिफारिश एलजी सचिवालय के जरिए भारत के राष्ट्रपति को भेजी जाती है. इसके बाद जब राष्ट्रपति अनुमति प्रदान कर दे तभी सपथ समारोह किया जा सकता है,
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