Water Issues: दिल्ली के उपराज्यपाल ने दावा किया कि दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने इस घटना का इस्तेमाल संकीर्ण राजनीतिक लक्ष्यों के लिए किया. उपराज्यपाल ने पत्र में कहा, मैं जल मंत्री आतिशी के असंवेदनशील संवाद से बहुत व्यथित था. हालांकि, मुझे प्राप्त होने से पहले ही यह पत्र विभिन्न सोशल मीडिया और मुख्यधारा मीडिया के मंचों पर पहुंच गया. मंत्री ने दिल्ली में एक महिला की दुर्भाग्यपूर्ण मौत का उपयोग संकीर्ण और पक्षपातपूर्ण राजनीतिक लक्ष्यों के लिए किया है.
सरकार की विफलता के कारण हुई पानी की कमी
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि घटना के पीछे पानी की आपूर्ति में कमी को रेखांकित करते हुए आतिशी ने नौ साल से अधिक पुरानी अपनी ही सरकार को दोषी ठहराया है. सक्सेना ने कहा, उनका (आतिशी) पत्र वास्तव में पिछले लगभग 10 वर्षों में (सरकार की) निष्क्रियता और अक्षमता की प्रथम दृष्टया स्वीकारोक्ति है. उन्होंने दावा किया कि पानी की कमी को लेकर अतीत में भी ऐसी कई घटनाएं सरकार की विफलता के कारण हुई हैं.
आतिशी ने एलजी पर लगाया था गंभीर आरोप
आतिशी ने खुले पत्र को लेकर सक्सेना पर पलटवार करते हुए उन्हें दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के काम रोकने के लिए जिम्मेदार ठहराया. आतिशी ने कुछ दिन पहले उपराज्यपाल को पत्र लिखकर दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ को निलंबित करने का आग्रह किया था. मंत्री ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के फर्श बाजार इलाके में एक सार्वजनिक नल से पानी भरने को लेकर पड़ोसी के साथ हुए झगड़े में एक महिला की मौत के बाद उपराज्यपाल को पत्र लिखा था. आतिशी ने कहा, जल बोर्ड का काम रोकने के लिए एलजी जिम्मेदार हैं. एलजी ने काम रोकने वाले अधिकारियों का हौसला बढ़ाया है. बार-बार कहने के बावजूद अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
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