डिजिटल भारत अभियान की शुरुआत ने देश को तकनीक, रोजगार और अर्थव्यस्था के क्षेत्र में मजबूत किया है. एक तरफ भारत ने दुनिया के टॉप 10 साइबर सुरक्षा वाले देशों में अपनी जगह बना ली है दूसरी तरफ अर्थव्यस्था के क्षेत्र में भी इस अभियान ने देश को संभाले रखा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अभियान से उम्मीदों की तरफ इशारा किया है उन्होंने कहा, इस योजना के माध्यम से भारत वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में देश की हिस्सेदारी को बहुत ज्यादा बढ़ाने वाला है. वैश्विक स्तर पर भारत को मजबूत रूप से खड़ा रहने के लिए तकनीक की आवश्यकता है. कोरोना महामारी के दौरान भी भारत अपनी तकनीकी तौर पर मजबूती को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सका. देश में कोरोना वैक्सीन के लिए कोविन ऐप की दूसरे देशों में खूब चर्चा हुई.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब इस अभियान के छह साल पूरा होने पर बोले तो उन्होंने कहा, आरोग्य सेतु एप से कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में बहुत मदद मिली वहीं टीकाकरण अभियान में कोविन एप बहुत मददगार साबित हो रहा है. टीकाकरण के लिए भारत के कोविन एप में तो अनेकों देशों ने दिलचस्पी दिखाई है. टीकाकरण की प्रक्रिया के लिए ऐसा निगरानी तंत्र होना हमारी तकनीकी कुशलता का प्रमाण है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सामर्थ्य, भारत के संकल्प और भविष्य की असीम संभावनाओं को आज का दिन समर्पित है. यह दशक डिजिटल प्रौद्योगिकी में भारत की क्षमताओं को… ग्लोबल डिजिटल इकॉनॉमी में भारत की हिस्सेदारी को… बहुत ज्यादा बढ़ाने वाला है.
देश में नयी तकनीक, दूसरों से हटकर कुछ अलग करने की चाह युवाओं में है. यही कारण है कि डिजिटल भारत अभियान को और बल मिल रहा है दूसरी तरफ केंद्र सरकार भी तकनीक के इस्तेमाल पर जोर देते हुए नये लोगों को अवसर दे रही है. प्रधानमंत्री ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उन युवा उद्यमियों से भी मुलाकात की जो इस क्षेत्र में बेहतर कर रहे हैं. उनके अनुभव सुने.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर इस अभियान की सफलताओं को कई चीजों से जोड़ा और कहा, आज तकनीक की मदद से ड्राइविंग लाइसेंस, ज्नम प्रमाण पत्र, बिजली बिल , पानी का बिल, आयकर ये सारे काम आसान हो गये हैं . ना सिर्फ शहरों में बल्कि गांवों में भी तकनीक ने बेहतर जीवन में मदद की है