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Doctors Protest: जंतर-मंतर पर डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन, ओपीडी सेवा करायी मुहैया

कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली में पिछले 10 दिनों से प्रदर्शन के कारण अस्पतालों में कामकाज पर असर पड़ रहा है. लेकिन सुरक्षा को लेकर केंद्रीय कानून बनाए जाने की मांग माने जाने तक डॉक्टर प्रदर्शन से पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहे हैं.

Doctors Protest: कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के मामले में देशभर के डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है. सुप्रीम कोर्ट के दखल, केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद भी डॉक्टर काम पर लौटने को तैयार नहीं दिख रहे हैं. बुधवार को जंतर-मंतर पर डॉक्टरों ने जोरदार प्रदर्शन किया. डॉक्टरों के प्रदर्शन के कारण दिल्ली में स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह चरमरा गयी है. जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान एम्स के डॉक्टरों ने जंतर-मंतर पर रोगियों के लिए ओपीडी सेवा भी मुहैया कराया. पिछले 10 दिनों से डॉक्टरों के हड़ताल के कारण दिल्ली के अधिकांश अस्पताल में चिकित्सा सेवा बुरी तरह प्रभावित हो रही है और इससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में सुरक्षा की गारंटी के बिना काम करना संभव नहीं है. आए दिन डॉक्टरों के साथ बदसलूकी के मामले सामने आते रहते हैं. ऐसे में महिला डॉक्टरों के लिए काम करना बेहद मुश्किल होता जा रहा है. ऐसे में सरकार को इस मामले में ठोस कदम उठाने की जरूरत है. कोलकाता में हुई घटना काफी जघन्य है और इस मामले में दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिया जाना जरूरी है.

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट का जताया आभार

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने खुशी जाहिर की और कहा कि शीर्ष अदालत के निर्देश को देखते हुए ही जंतर-मंतर पर रोगियों के लिए ओपीडी सेवा मुहैया कराने का निर्णय लिया गया है. डॉक्टरों के हड़ताल को देखते हुए एम्स प्रशासन ने रेजिडेंट डॉक्टरों से तत्काल काम पर लौटने की गुजारिश की है. हड़ताल के कारण एम्स में जरूरी सेवा प्रभावित हो रही है और सर्जरी कराने वालों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार काे एक कानून बनाना चाहिए. 

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