Earthquake: पाकिस्तान में आज यानी शनिवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई. बीते दो दिनों कई देशों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. ताइवान, अमेरिका, भारत और अब पाकिस्तान में धरती डोलने से वहां के लोगों में दहशत है. हालांकि पाकिस्तान में आये भूकंप की तीव्रता अपेक्षाकृत कम थी, इस कारण बड़े नुकसान की संभावना बेहद कम है. इससे पहले आज यानी शनिवार को ही भारत के जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.8 आंकी गई. इससे पहले शुक्रवार को भी किश्तवाड़ और डोडा में भूकंप के झटके आए थे.
जम्मू कश्मीर में एक दिन में दो बार आया भूकंप
शनिवार को दोपहर करीब 3 बजे जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में भूकंप आया था. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.8 मापी गई. इससे पहले शुक्रवार को भी दोपहर के समय जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ और डोडा में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. किश्तवाड़ में भूकंप की की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 मापी गई थी. इसके बाद जम्मू-कश्मीर में ही शुक्रवार देर रात एक बार फिर भूकंप से धरती कांपी. किश्तवाड़ में आये भूकंप की तीव्रता 3.2 आंकी गई थी.
शुक्रवार को अमेरिका में भी आया था भूकंप
अमेरिका में शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किये गये. यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक यूएस के न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में अमेरिकी समय के हिसाब के सुबह के समय भूकंप के झटके महसूस किये गये. भूकंप का केंद्र धरती से 10 किमी नीचे था. अमेरिका में आये 5.5 तीव्रता के भूकंप से इमारतें हिलने लगी थी. जिसके बाद लोग सड़कों की तरफ जान बचाने के लिए भागे. न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में आए भूकंप के झटके संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अंदर भी महसूस किए गए थे.
म्यांमार में भी हिली धरती
बता दें शुक्रवार को म्यांमार में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये थे. रिक्टर पैमाने पर यहां आये भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई थी. यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र के हवाले से बताया गया कि भूकंप 10 किमी की गहराई पर था.
ताइवान में भूकंप से भारी नुकसान
बता दे बीते बुधवार को ताइवान में जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. ताइवान में 7.3 तीव्रता के भूकंप ने खासी तबाही मची है. भूकंप के कारण 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब सैकड़ों लोग जख्मी हो गये थे. रिपोर्ट के मुताबिक ताइवान में आए शक्तिशाली भूकंप के तीन दिन बाद यानी शनिवार को भी 600 से अधिक लोग फंसे हुए हैं. ताइवान में बुधवार को आये भूकंप को बीते 25 वर्ष में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जा रहा है, जिससे कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गयीं और कई लोग दूर-दराज के इलाकों में फंस गये. इस भूकंप के कारण कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई.
ताइवान में फंसे हुए है अब भी सैकड़ों लोग
ताइवान में आये शक्तिशाली भूकंप के झटकों के बाद कई लोग मलबे के नीचे दब गये हैं. तारोको पार्क के एक होटल में फंसे करीब 450 लोगों सहित 600 से अधिक लोग उन विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं जो चट्टानों के खिसकने और अन्य क्षति के कारण अन्य जगहों से कट गए हैं. गौरतलब है कि ताइवान में इमारतों के निर्माण को लेकर कड़े मानकों का पालन किया जाता है और लोगों को भूकंप आने की स्थिति में स्वयं को बचाने के लिए उचित शिक्षा देने के लिए व्यापक मुहिम चलाई जाती हैं जिसकी वजह से इतने शक्तिशाली भूकंप के बावजूद अपेक्षाकृत कम संख्या में लोगों की मौत हुई.
क्यों आता है भूकंप
अक्सर हम लोग भूकंप से मची तबाही की बात सुनते हैं. लेकिन सवाल है कि बार-बार भूकंप क्यों आता है. दरअसल, पृथ्वी के अंदर चार प्रमुख परतें हैं. इन परतों को आउटर कोर, इनर कोर, मेंटल और क्रस्ट कहा जाता है. विशेषज्ञों को मुताबिक, धरती के नीचे मौजूद प्लेट्स हमेशा घूमते रहते हैं. समय समय पर इनमें टकराव भी होता है. इनके आपस में टकराने से धरती सतह के नीचे कंपन शुरू होता है. यही कंपन को भूकंप कहा जाता है.