Tripura: पश्चिम त्रिपुरा में कांग्रेस के राज्य प्रभारी पर कथित हमले की घटना पर भारत निर्वाचन आयोग ने कार्रवाई की है. भारत निर्वाचन आयोग ने कार्रवाई करते हुए कई अधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश जारी किया है. आयोग ने जिरानिया अनुमंडल के एसडीपीओ को तत्काल निलंबित करने और हटाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा रानी बाजार थाने के प्रभारी अधिकारी और जिरानिया के थाना प्रभारी को तत्काल हटाने का निर्देश दिया है.
Alleged attack on State-in-charge of AICC in Jirania,West Tripura |Action taken against following officers – suspension&immediate removal of SDPO Jirania sub-division, immediate removal of Officer-in-charge of Ranibazaar PS&immediate removal of Officer-in-charge of Jirania PS: EC pic.twitter.com/JJkwdueiJ8
— ANI (@ANI) January 20, 2023
बता दें कि चुनाव आयोग ने मामले पर अधिक जानकारी देते हुए बताया है कि आयोग की ओर से तीन विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि विशेष पर्यवेक्षकों को स्थिति का जायजा लेने, सीएपीएफ की उचित तैनाती सुनिश्चित करने, प्रवर्तन उपायों को तेज करने और आयोग को वापस रिपोर्ट करने के लिए तुरंत राज्य जाने के लिए कहा गया है.
चुनाव आयोग ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार की रिपोर्ट ने पुष्टि की कि डॉ अजय कुमार को गैरकानूनी रैली में मामूली चोटें आईं है. हालांकि घटना उस क्षेत्र में हुई जहां जिला अधिकारियों द्वारा अनुमति नहीं दी गई थी. साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी अफवाहें फ़ाइल रही है कि उन्हें गंभीर चोट लगी है लेकिन इसमें कोई भी सच्चाई नहीं है. जानकारी हो कि बुधवार को कांग्रेस ने दावा किया था कि पश्चिम त्रिपुरा जिले के जिरानिया सब-डिवीजन में चार स्थानों पर एक बाइक रैली के दौरान भाजपा के लोगों ने कथित तौर पर हमला किया, जिसमें एआईसीसी महासचिव अजय कुमार सहित 15 पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी घायल हो गए.
Also Read: Congress Tripura Rally: कांग्रेस की मोटरसाइकिल रैली पर त्रिपुरा में हमला, कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी घायलहालांकि पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया था कि पश्चिम त्रिपुरा जिले में अज्ञात बदमाशों द्वारा हमले किए गए और इसमें 10 पार्टी कार्यकर्ता घायल हो गए. आयोग ने सीईओ के कार्यालय को मुख्य सचिव के माध्यम से डीजीपी त्रिपुरा से एक रिपोर्ट प्राप्त करने और 20 जनवरी को दोपहर 3 बजे तक जमा करने को कहा था. उन्होंने कहा था कि मैं जांच रिपोर्ट मिलने के तुरंत बाद चुनाव आयोग को भेजूंगा. यह घटना बुधवार को त्रिपुरा विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के कुछ घंटे बाद हुई थी.