शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को 4300 करोड़ रुपये के पीएमसी बैंक घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बार फिर से पूछताछ के लिए समन भेजा है. ताजा नोटिस में ईडी ने वर्षा राउत को 5 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है. मालूम हो वर्षा राउत को ईडी ने अब तक चौथी बार समन जारी किया है , इससे पहले वह दो बार स्वास्थ्य आधार पर पेश नहीं हुईं.
मंगलवार को ईडी के सामने पेश नहीं हुईं वर्षा राउत
मालूम हो ईडी ने संजय राउत की पत्नी को पूछताछ के लिए मंगलवार 29 दिसंबर को बुलाया था, लेकिन वो तीसरी बार ईडी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया और पांच जनवरी तक का समय मांगा था. जिसके बाद ही ईडी ने ताजा नोटिस भेजा है.
Enforcement Directorate issues fresh summon to Varsha Raut wife of Shiv Sena MP Sanjay Raut to appear before it on 5th January in connection with PMC Bank scam case: ED official
She had sought time from the agency till January 5 when she was summoned earlier.
— ANI (@ANI) December 29, 2020
पत्नी को नोटिस पर भड़के संजय राउत, भाजपा को दी धमकी
इधर पत्नी को नोटिस मिलने से संजय राउत भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. राउत ने भाजपा को चैलेंज करते हुए कहा कि वह बालासाहेब ठाकरे के शिवसैनिक हैं और भाजपा नेताओं की पोल खोलेंगे. उन्होंने कहा, उन सबको नीरव मोदी और विजय माल्या की तरह देश छोड़कर भागना पड़ेगा. राउत ने दावा किया कि उनके पास भाजपा के 120 नेताओं की सूची है जिनके खिलाफ धन शोधन मामले में ईडी को जांच करनी चाहिए.
क्या है मामला
ईडी वर्षा से उनसे एक व्यक्ति की पत्नी से 55 लाख रुपये के अंतरण के संबंध में पूछताछ करना चाहती है. यह व्यक्ति पीएमसी धोखाधड़ी मामले में आरोपी है. ईडी ने पंजाब एंड हरियाणा कोपरेटिव बैंक (पीएमसी) में कथित ऋण धोखाधड़ी को लेकर पिछले साल अक्टूबर में हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर , उसके प्रवर्तकों राकेश कुमार वाधवान, उनके बेटे सारंग वाधवान, उसके पूर्व अध्यक्ष वरियम सिंह और पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस के खिलाफ पीएमएलए मामला दर्ज किया था. उसने मुम्बई पुलिस की अपराध शाखा द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी का भी संज्ञान लिया था जिसमें पीएमसी बैंक को 4355 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने का आरोप है.