Vidhansabha Election: आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज है. जहां सभी राजनीतिक दल अपने वादों से लोगों को लुभाने में लगी हुई है और अपनी पार्टी को राज्यों में मजबूत करने में लगी हुई है वहीं, दूसरी ओर चुनाव आयोग भी तैयारियों को लेकर सतर्क है. आज यानि गुरुवार को चुनाव आयोग की टीम हिमाचल प्रदेश के दौरे पर रहेगी और चुनावी व्यवस्था को लेकर तैयारियों का जायजा लेगी.
राज्य सरकार के आला अधिकारियों से करेंगे मुलाकात
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे तीन दिवसीय हिमाचल प्रदेश के दौरे पर हैं. वह तैयारियों की समीक्षा करने और चुनाव सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए राज्य सरकार के आला अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. बता दें कि सोमवार को गुजरात का दौरा कर तैयारियों का जायजा लेने की संभावना जतायी जा रही है.
छह महीने के भीतर चुनाव करा सकता है चुनाव आयोग
हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा का कार्यकाल क्रमशः 8 जनवरी 2023 और 23 फरवरी 2023 को समाप्त होगा और आयोग किसी भी सदन के पांच साल के कार्यकाल की समाप्ति के छह महीने के भीतर किसी भी समय चुनाव करा सकता है. वैसे चुनाव आयोग का चुनाव की घोषणा से पहले संबंधित राज्यों का दौरा करना आम बात है. बता दें कि 2017 में, हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को मतदान हुआ था, जबकि गुजरात में दो चरणों में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर को मतदान हुआ था.
राजनीतिक दलों ने कस लीं है कमर
पिछले पांच सालों में कांग्रेस के कई नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं जिसका असर इस विधानसभा चुनाव पर पड़ सकता है. दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी (आप) ने देश में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की अपनी योजना के तहत गुजरात में चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. हिमाचल प्रदेश में 2017 में भाजपा ने कांग्रेस को हराकर सत्ता में वापसी की. कांग्रेस जहां पहाड़ी राज्य में भाजपा को चुनौती देने के लिए कमर कस रही है, वहीं आम आदमी पार्टी भी वहां पैर जमाने की कोशिश कर रही है.