EVM Viral Video: ईवीएम हैकिंग का दावा करने वाले वीडियो को सोशल मीडिया में लोग लगातार शेयर कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. लेकिन इस बीच एक शख्स ने वायरल वीडियो में किए जा रहे दावे की पूरी कलई ही खोल दी. वीडियो में दिख रहे शख्स की भी पोल खोल दी. तो आइये आपको उस वायरल वीडियो और दावे की पोल खोलने वाले शख्स की पूरी बात बताते हैं.
ईवीएम हैकिंग वाले वीडियो में क्या है?
ईवीएम को लेकर कई बार नेताओं और राजनीतिक पार्टियों ने सवाल उठाए हैं. हाल ही में महाराष्ट्र चुनाव में महायुति की जीत के बाद भी ईवीएम पर सवाल उठाए गए. हालांकि चुनाव आयोग ने हर बार दावे को गलत साबित किया है और बताया है कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित है और उसे कोई हैक नहीं कर सकता. लेकिन इसी बहस के बीच एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में दिख रहे शख्स ने दावा किया है कि उसने ईवीएम को हैक किया है. दावा कर रहे शख्स से कई मीडिया ने बात भी की है. जिसमें शख्स ने हैकिंग की पूरी प्रक्रिया बताई है.
ईवीएम हैकिंग के दावे का इस शख्स ने खोल दी कलई
ईवीएम के वायरल वीडियो पर राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने कहा, “ईवीएम से जुड़े बहुत सारे सवाल हैं और चुनाव आयोग को इसका जवाब देना चाहिए, लेकिन ये सैयद शुजा, मैंने इसका वीडियो देखा, इसने 2017 में मुझसे संपर्क किया था जब चुनाव आयोग ने हैकाथॉन चैलेंज दिया था, इसने बताया था कि ये ईवीएम हैक कर सकता है. मैं तकनीक को समझता हूं और मुझे पता था कि भारतीय ईवीएम को बाहरी डिवाइस के जरिए हैक नहीं किया जा सकता. इसने मुझे बताया कि वो चुनाव आयोग के लिए काम करता था और 2014 की ईवीएम उसने ही डिजाइन की थी, मुझे लगा कि ये झूठ है इसलिए मैंने सबूत मांगे, इसने कहा कि जो भी इसके साथ काम करता था, वो सब मारे गए. मुझे लगा कि ये मानसिक रूप से विक्षिप्त है. ये 50-60 करोड़ रुपए मांग रहा था. अब जब मैंने इसका वीडियो देखा तो मुझे समझ में आया कि ये आदमी बहुत खतरनाक है. ये कोई साजिश रच रहा है. मैं चुनाव आयोग से अनुरोध करता हूं कि इसके खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज होना चाहिए.
चुनाव आयोग ने दावे को बताया झूठा
ईवीएम हैकिंग का दावा करने वाले वीडियो पर चुनाव आयोग ने प्रतिक्रिया दी है. मुख्य निर्वाचन कार्यालय महाराष्ट्र ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि ईवीएम के संबंध में झूठा दावा किया जा रहा है. कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं द्वारा एक वीडियो साझा किया गया, जिसमें एक व्यक्ति ईवीएम फ्रीक्वेंसी को अलग करके महाराष्ट्र चुनावों में ईवीएम को हैक करने और छेड़छाड़ करने का झूठा और निराधार दावा कर रहा है. चुनाव आयोग ने शख्स के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराया है. उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 318/4 के साथ-साथ आईटी अधिनियम 2000 की धारा 43 जी और धारा 66 डी के तहत FIR की गई है.
ईवीएम हैक नहीं हो सकता
चुनाव आयोग ने ईवीएम हैकिंग को लेकर किए जा रहे दावे का निराधार बताया. आयोग ने बताया, ईवीएम एक स्टैंडअलोन मशीन है, जिसे कोई भी व्यक्ति वाई-फाई या ब्लूटूथ सहित किसी भी नेटवर्क से कनेक्ट नहीं कर सकता है. इसलिए ईवीएम में हेरफेर करने का सवाल ही नहीं उठता. ईवीएम पूरी तरह से छेड़छाड़ रहित है. चुनाव आयोग ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने कई बार ईवीएम पर भरोसा जताया है. बताया गया कि चुनाव आयोग ने ईवीएम पर किसी भी संदेह और मिथक को दूर करने के लिए अपनी वेबसाइट पर विस्तृत जानकारी दी है. जिसे कोई भी देख सकता है.