एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को सोमवार को 288 सदस्यीय विधानसभा में विश्वास मत का सामना करना होगा. इस बीच सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस खेमे के विधायकों ने बैठक कर रणनीति तय की. बता दें कि विश्वास मत को लेकर शिंदे गुट और ठाकरे गुट ने अगल -अगल व्हिप जारी किया है, अब देखना होगा की दोनों गुटों के विधायक मत परिक्षण के दौरान किस तरह से अपना मतदान करता है.
रविवार को भाजपा नेता राहुल नार्वेकर को महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया. नार्वेकर को 164 मत प्राप्त हुए और उन्होंने उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के उम्मीदवार राजन साल्वी को हराया जिन्हें 107 वोट मिले.
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद शिवसेना के भीतर ताजा मतभेद सामने आया है. महाराष्ट्र विधानसभा में अज स्पीकर के चुनाव को लेकर शिवसेना के दो धड़ों के बीच व्हिप को लेकर विवाद हो गया. इससे पहले, शिवसेना और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े दोनों ने अलग-अलग व्हिप जारी कर विधायकों को अपने अपने उम्मीदवारों को वोट देने का निर्देश दिया था. बता दें कि विधानभवन में स्थित शिवसेना कार्यालय को बंद कर दिया गया था. हालांकि कार्यालय को किसके कहने पर बंद किया गया यह अबतक साफ नहीं हो सका है.
वहीं एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ठाकरे गुट ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. ठाकरे गुट ने शिवसेना के 16 बागी विधायकों को सस्पेंड करने की मांग की है. हालांकि 16 विधायकों के लिए राहत की बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत सुनावाई से इंकार करते हुए 11 जुलाई तक की तारीख तय कर दी है.
गौरतलब है कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के कारण एमवीए की सरकार गिर गई थी. इसके अगले दिन भाजपा के समर्थन से शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया था.