विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सूडान के लगातार बिगड़ते हालात पर गुरुवार को को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से चर्चा की. जयशंकर ने कहा कि वास्तव में हमारा पूरा ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि कूटनीतिक प्रक्रियाओं के माध्यम से जमीनी स्तर पर एक व्यावहारिक युद्ध-विराम कैसे लागू कराया जाए. विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव से भारत की जी20 अध्यक्षता और यूक्रेन युद्ध सहित कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की.
नौ दिवसीय यात्रा पर विदेश मंत्री: गौरतलब है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर आज यानी शुक्रवार को गुयाना, पनामा, कोलंबिया और डॉमिनिक गणराज्य की नौ दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे. विदेश मंत्री के रूप में इन लैटिन अमेरिकी देशों और कैरिबियाई क्षेत्र की जयशंकर की पहली यात्रा होगी. लैटिन अमेरिका की अपनी यात्रा शुरू करने से पहले जयशंकर न्यूयॉर्क पहुंचे और बृहस्पतिवार दोपहर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गुतारेस से मुलाकात की.
बेहद शानदार रही संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ मुलाकात- जयशंकर: संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ हुई मुलाकात को ‘बेहद शानदार’ बताते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि सूडान में लड़ाई शुरू होने के बाद मुझे महसूस हुआ कि मेरा संयुक्त राष्ट्र महासचिव से मिलना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा, हमारी मुलाकात मुख्यत: सूडान के हालात पर केंद्रित थी. हालांकि, हमने जी20 और यूक्रेन युद्ध पर भी कुछ देर चर्चा की.
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युद्ध-विराम लागू कराने के प्रयासों के केंद्र UN: विदेश मंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सूडान युद्ध-विराम लागू कराने के प्रयासों के केंद्र में है. उन्होंने कहा, और यह वास्तव में बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस समय, जब तक युद्ध-विराम नहीं लागू होता है और जब तक निकासी गलियारे नहीं स्थापित किए जाते हैं, तब तक लोगों को बाहर निकालना वाकई सुरक्षित नहीं है.