भारत ने ‘वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन’ की शनिवार को घोषणा की. इस गठबंधन की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर की. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक स्तर पर पेट्रोल में इथेनॉल के सम्मिश्रण को बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक करने की अपील के साथ जी20 देशों से इस पहल में शामिल होने का आग्रह किया.
पीएम मोदी ने कहा कि आज समय की मांग है कि ईंधन सम्मिश्रण के क्षेत्र में सभी देश मिलकर काम करें. हमारा प्रस्ताव पेट्रोल में इथेनॉल सम्मिश्रण को 20 प्रतिशत तक ले जाने के लिए वैश्विक स्तर पर पहल करने का है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और इटली की प्रधानमंत्री सहित कई वैश्विक नेता इस मौके पर मौजूद थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक पृथ्वी’ सत्र को संबोधित करते हुए ‘पर्यावरण और जलवायु अवलोकन के लिए जी20 उपग्रह मिशन’ शुरू करने का प्रस्ताव भी किया. उन्होंने जी20 नेताओं से ‘ग्रीन क्रेडिट’ पहल पर भी काम शुरू करने का आग्रह किया. मोदी ने यहां भारत मंडपम अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा सहित वैश्विक नेताओं की उपस्थिति में यह सुझाव दिया. मोदी ने कहा कि जी20 उपग्रह मिशन भारत के सफल चंद्रयान मिशन से प्राप्त आंकड़ों की तरह ही पूरी मानवता के लिए फायदेमंद साबित होगा.
भारत ने 2009 में लायी बायोफ्यूल्स पॉलिसी: भारत में नेशनल बायोफ्यूल्स पॉलिसी 2009 में लॉन्च की गयी थी. वर्ष 2022 में इसे संशोधित किया गया और 2025 तक 20 परसेंट एथेनॉल ब्लेंडिग पेट्रोल का लक्ष्य रखा गया है. 10% एथेनॉल ब्लेंडिंग का टारगेट जून 2022 में पांच महीने पहले ही हासिल कर लिया गया था.
स्थायी जैव ईंधन तैनाती में आयेगी तेजी: ग्लोबल बायोफ्यूल्स अलायंस सभी की पहुंच के भीतर स्वच्छ और सस्ती सौर ऊर्जा लाने के लिए 2015 में नई दिल्ली और पेरिस द्वारा संचालित अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन को प्रतिबिंबित करता है. जी 20 समूह के बीच जैव ईंधन पर वैश्विक गठबंधन के लिए भारत का प्रस्ताव ग्लोबल एनर्जी ट्रांजिशन के समर्थन में स्थायी जैव ईंधन तैनाती में तेजी लाने में मदद करेगा.
एक नजर में ये भी जानें
-2030 तक तीन गुना करने की जरूरत होगी जैव ईंधन के वैश्विक उत्पादन को
-2030 तक एक हजार बिलियन डॉलर सौर ऊर्जा पर किये जायेंगे खर्च
-2050 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में आगे बढ़ सकेगी दुनिया
-2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य को हासिल करना चाहता है भारत